- 450 करोड़ की मुआवजे का घोटाला करने वाली बीमा कंपनी के खिलाफ कार्यवाही हो : किसान
(Bhiwani News) भिवानी। हरियाणा के किसान एक बार फिर आंदोलन की राह पर हैं। मंडी ड्राफ्ट को तीन कृषि कानूनों का पुनर्जन्म बताते हुए भडक़े किसानों 20 मार्च को कुरुक्षेत्र में किसान मज़दूर पंचायत कर वहीं आगे के आंदोलन की रणनीति तय करने की चेतावनी दी है।
संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले भिवानी के लघु सचिवालय के बाहर धरना देकर नारेबाजी करते किसानों का आरोप है कि अब केन्द्र सरकार नया मंडी ड्राफ्ट यानी कानून ला रही है। जिससे किसान बर्बाद हो जाएंगे। किसान नेता कामरेड इंद्रजीत व रवि आजाद ने कहा कि हम सी2 प्लस एमएसपी, कर्ज माफ़ी, नए बिजली बिल की लड़ाई लड़ रहे थे।
प्राइवेट कंपनियों को बम्पर खरीद का मौका दिया जाएगा
इसी बीच केंद्र सरकार नया मंडी ड्राफ्ट ला रही है। जिससे प्राइवेट कंपनियों को बम्पर खरीद का मौका दिया जाएगा। किसान नेताओं का आरोप है कि इससे देश का मंडी में फसल खरीद का सिस्टम बंद होगा। देश खाद्यान्न आत्मनिर्भरता में खत्म हो जाएगा। ये ड्राफ्ट तीन कृषि कानूनों का पुनर्जन्म होगा, किसान नेताओं ने कहा कि पंजाब सरकार ने इस मंडी ड्राफ्ट को अपनी विधानसभा में रद्द कर दिया है।
हरियाणा सरकार भी इसे रद्द कर केन्द्र सरकार को भेजे। साथ ही किसान नेताओं ने बीमा कंपनी सेमा द्वारा भिवानी व चरखी दादरी जिला में 450 करोड़ रुपये का घोटाला करने का आरोप लगा आरोपियों की गिरफ़्तारी की मांग की।
किसान नेताओं ने चेतावनी दी कि वो अपनी इन सभी मांगों को लेकर 20 मार्च को कुरूक्षेत्र में सीएम आवास पर किसान मज़दूर पंचायत कर अगले आंदोलन का फ़ैसला नहीं लेंगे।
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