- बोर पर तैनात कर्मी पर ड्यूटी में लापरवाही का आरोप, समाधान न होने पर रोड जाम की चेतावनी
(Bhiwani News) सतनाली। कस्बे के रेलवे स्टेशन लाइन पार क्षेत्र के निवासियों ने पेयजल समस्या को लेकर रोष प्रदर्शन किया तथा विभाग के प्रति जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि उनके घरों में बोर संख्या 8 से पेयजल आपूर्ति की जाती है परंतु पिछले करीब एक सप्ताह से भी अधिक समय से उनके घरों में पेयजल आपूर्ति नहीं हो पा रही है। इस बारे अनेक बार विभागीय अधिकारियों को अवगत करवाया जा चुका है परंतु अधिकारियों द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। पेयजल सप्लाई न होने के कारण उनके घरों में पीने के पानी के लाले पड़ गए है तथा उन्हें दूरदराज के क्षेत्रों से पानी भरकर लाना पड़ रहा है वहीं अनेक घरों में सामूहिक रूप से पानी के टैंकर डलवाने पड़ रहे है। स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया कि विभाग के इस बोर के बिजली कनेक्शन की तार जगह-जगह से टूटी हुई है तथा खुले में जमीन के ऊपर पड़ी है। जिस कारण हादसे का भय बना रहता है तथा तार कटी होने के कारण आए दिन फाल्ट आता रहता है।
स्थानीय निवासियों को पेयजल के लिए धक्के खाने पड़ रहे
वहीं यहां बोर की देखरेख व संचालन की जिम्मेवारी जिस कर्मचारी को सौंपी गई है वह अपनी ड्यूटी में लापरवाही बरत रहा है तथा मोटर को चलाने के लिए बनाए गए केबिन को खुला छोड़ कर चला जाता है जिस कारण कुछ लोग सारा दिन सप्लाई का बटन चलाकर बंद नहीं करते। ऐसे में मोटर के बिजली कनेक्शन की वायर गर्म होकर जल जाती है। इस बारे तैनात कर्मचारी को भी बताया गया तथा सप्लाई के बाद मोटर केबिन को लॉक करने की बात कही लेकिन वह जानबूझकर ऐसा नहीं कर रहा है। करीब आठ दिन पूर्व भी यहां की बिजली केबल में फाल्ट आने के कारण मोटर से पेयजल आपूर्ति नहीं हो पा रही। ऐसे में स्थानीय निवासियों को पेयजल के लिए धक्के खाने पड़ रहे है। प्रदर्शन के दौरान निवासियों ने सरपंच प्रतिनिधी धर्मबीर गोठवाल को मौके पर बुलाया तथा समस्या का समाधान करवाने की मांग की। वहीं सरपंच प्रतिनिधी धर्मबीर गोठवाल ने बताया कि वे इस बारे में संबंधित विभाग को अनेक बार अवगत करवा चुके है परंतु विभाग उनकी भी नहीं सुन रहा। ऐसे में वे ग्रामीणों के साथ है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि सोमवार तक समस्या समाधान न हुआ तथा यहां तैनात कर्मी को नहीं बदला गया तो मजबूरन वे रोड़ जाम के लिए मजबूर होंगे। इस मौके पर रीना, पुष्पा, चेतना, माया, मधु, संतरा, सुमन, रतनी, बनारसी, रीना, कांता, नीलम, कविता, धर्मबीर स्वामी, अशोक स्वामी, पवन वालिया, इंद्र सिंह, मांगेराम सहित अनेक ग्रामीण मौजूद रहे।