• बाबा साहब नेे जीवन में अपने उसूलों से कभी नहीं किया समझौता : कामरेड ओमप्रकाश
  • कॉरपोरेट धन शक्ति ने लोकतंत्र को कमजोर कर लोकतंत्र पर किया हमला : कामरेड ओमप्रकाश

(Bhiwani News) भिवानी। शहीद यादगार समिति भिवानी ने बाबा साहब डा. भीमराव अंबेडकर की 135वीं जयंती की पूर्व संध्या पर स्थानीय सिटी स्टेशन के नजदीकी स्थित राजीव कालोनी में ग्रीन बेल्ट के साथ एक सांस्कृतिक व वैचारिक कार्यक्रम किया, जिसमें शहर के सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता बिजली विद्युत निगम के सेवानिवृत एक्सईन सज्जन कुमार सिंगला व सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद भारद्वाज ने संयुक्त रूप से की तथा मंच संचालन सर्व कर्मचारी संघ के राज्य कोषाध्यक्ष सुखदर्शन सरोहा ने किया।

कार्यक्रम में जयपाल साहु, प्राध्यापक राजेश व सोनू जाटू लुहारी ने बाबा साहब के जीवन से जुड़ी हुई तथा देशभक्ति की रागनियों ने समय बांध दिया तथा श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वामपंथी नेता व किसान सभा के जिला उपप्रधान कामरेड ओमप्रकाश ने कहा कि संविधान विशेषज्ञ व मसौदा समिति के चैयरमैन डा. भीमराव अंबेडकर ने संविधान सभा में बोलते हुए कहा था कि यह संविधान लागू होने पर सार्व भौमिक रूप से सभी को राजनीतिक बराबरी का अधिकार तो प्राप्त हो गया, परंतु समाज में उपस्थित सामाजिक व आर्थिक अंर्त विरोधों का शीघ्र समाधान नहीं होगा तो यह राजनीतिक बराबरी का अधिकार ज्यादा दिन चलेगा नहीं।

कारपोरेट धन शक्ति व उसके मीडिया ने लोकतंत्र को काफी कमजोर कर दिया

उन्होंने कहा कि आज बाबा साहब की वह टिप्पणी सच साबित हो रही है। कारपोरेट धन शक्ति व उसके मीडिया ने लोकतंत्र को काफी कमजोर कर दिया है तथा संविधान में मूलभूत अधिकारों पर हमला किया जा रहा है।
कामरेड ओमप्रकाश ने कहा कि बाबा साहब ने अपने जीवन में अपने वसूलों से कभी समझौता नहीं किया, इसलिए वे संसद में सांसद चुनकर नहीं आए। परंतु उन्होंने अपनी हैसियत व ताकत से अनुसूचित जाति, कमजोरों, महिलाओं तथा मजमूलों के हक में संघर्ष करके कानून बनवाए और उससे इन वर्गो को लाभ मिला, उसको कभी भुलाया नहीं जा सकता।

बाबा साहेब देश की धन दोलत को किन्हीं व्यक्तियों की मलकियत मानने की बजाए संपूर्ण समाज की मानते थे तथा राजकीय समाजवाद के पक्षधर थे। आज संकट की घड़ी में उनके आदर्शों व स पनों का भारत बनाने वास्ते संघर्ष करना अति आवश्यक है।

इस मौके पर कमल प्रधान, एटवोकेट कांटीवाल, पूर्व जीएम बलबीर सरोहा, प्राध्यापक नंदकिशोर सोलंकी, महिला नेत्री सुशीला सरोहा, संतोष देशवाल, बिमला घणघस, अनुराधा, मजदूर नेता सुखदेव पालवास, कामरेड अनिल कुमार, किसान नेता रामफल देशवाल, करतार ग्रेवाल, प्रताप सिंह सिंहमार, कर्मचारी नेता रतन कुमार जिंदल, सुरजभान जटासरा, संदीप सांगवान, नरेश शर्मा, राजबीर कादियान शामिल रहे।

यह भी पढ़ें : Bhiwani News : बी.आर.सी.एम. लॉ कॉलेज में धूमधाम से मनाई गई डॉ. भीमराव अंबेडकर की 135वीं जयंती