- आरोपितों के विरुद्ध एससी एसटी एक्ट धाराएं लगाने तथा शीघ्र गिरफ्तारी की मांग
(Bhiwani News) लोहारू। गांव सिंघानी स्थिति शारदा महिला महाविद्यालय की छात्रा द्वारा की गई आत्महत्या के मामला तूल पकड़ता नजर आ रहा है। मामले को लेकर एससी समाज व अन्य लोगों द्वारा स्थानीय लाल बहादुर शास्त्री पार्क में बैठक का आयोजन किया गया तथा पूरे प्रकरण को लेकर चर्चा की गई।
इसके बाद छात्रा दीक्षा द्वारा आत्महत्या प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच तथा एफआईआर में शामिल आरोपितों के विरुद्ध एससी एसटी एक्ट धाराएं लगाने तथा उनकी शीघ्र गिरफ्तारी की मांग को लेकर अनेक लोगों ने एसडीएम मनोज दलाल को ज्ञापन सौंपा है।
24 दिसंबर को सिंघानी स्थित निजी कॉलेज की बीए अंतिम वर्ष की छात्रा दीक्षा द्वारा कालेज प्रशासन से तंग आकर आत्महत्या कर ली थी
ज्ञापन के माध्यम से बताया गया है कि गत 24 दिसंबर को सिंघानी स्थित निजी कॉलेज की बीए अंतिम वर्ष की छात्रा दीक्षा द्वारा कालेज प्रशासन से तंग आकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस द्वारा परिजनों की शिकायत के आधार पर मामला तो दर्ज कर लिया गया परंतु अभी तक किसी भी आरोपित को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से मांग की कि जल्द से जल्द आरोपितों को गिरफ्तार किया जाए, एफआईआर में एससी एसटी एक्ट की धाराएं शामिल की जाए। इसके अतिरिक्त पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच की जाए ताकि पीड़ित पक्ष को न्याय मिल सके।
उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से प्रशासन को तीन दिन का समय देते हुए कहा कि इस दौरान यदि पुलिस प्रशासन ने ठोस कार्रवाई नहीं की तो वे कठोर निर्णय लेकर आगमी रणनीति निर्धारित करेंगे। ज्ञापन की प्रति मानव अधिकार आयोग, मुख्यमंत्री हरियाणा, डीजीपी हरियाणा व महिला आयोग को भी भेजी गई है। एसडीएम मनोज दलाल ने आश्वासन दिया कि उनके ज्ञापन को उच्चाधिकारियों की मार्फत संबंधित तक भिजवा दिया जाएगा। ज्ञापन सौंपने वालो में विनोद कुमार, कमल किशोर, संजय, राजेश, अजय, बिजेंद्र सहित अनेक शामिल है।
यह था मामला :
ध्यान रहे कि पुलिस को दी शिकायत में मृतका छात्रा के पिता जगदीश ने बताया कि उसकी पुत्री दीक्षा सिंघानी स्थित शारदा कॉलेज में पढ़ती थी। उसकी आर्थिक हालात ठीक नहीं होने के कारण वह अपनी बेटी दीक्षा की फीस समय पर जमा नहीं करवा पाया था।
जिसके कारण कॉलेज प्रशासन ने उसकी बेटी को बीए फाइनल वर्ष के पांचवें सेमेस्टर के पेपर नहीं देने दिया और दीक्षा को कॉलेज से निकाल दिया गया जिसके कारण उसकी बेटी मानसिक रूप से परेशान रहने लगी। कॉलेज का संचालन हनुमान निवासी श्याम कलां, उसका पुत्र राहुल व उसकी पुत्री और कॉलेज की प्राचार्या ने मेरी बेटी से गलत काम करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया।
जिसके चलते उसकी बेटी दीक्षा ने मजबूर होकर आत्महत्या कर अपनी जीवन लीला को समाप्त कर लिया। हालांकि कॉलेज प्रशासन इन आरोपों को सिरे से नकार रहा है। पुलिस ने मामले में शिकायत के आधार पर संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया था।
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