(Bhiwani News) भिवानी। भिवानी के गौसेवकों व नगर परिषद के बीच अक्सर तनातनी देखने को मिलती रहती है। जहां गौसेवक नगर परिषद के कर्मचारियों पर ड्यूटी में लापरवाही आरोप लगाते है। ऐसा ही एक मामला भिवानी में एक बार फिर से देखने को मिला जहां गौरक्षा दल भिवानी ने नगर परिषद के सफाई निरीक्षक विकास देशवाल पर ड्यूटी में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया तथा आरोपी को दो गौवंश व एक पिल्ले की मौत का जिम्मेदार बताया। सफाई निरीक्षक पर आरोप लगाते हुए गौरक्षा दल भिवानी के प्रधान संजय परमार के नेतृत्व में गौसेवकों ने शनिवार को शहर में प्रदर्शन किया तथा मृत पशुओं को लेकर भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र से सांसद चौ. धर्मबीर सिंह के निवास के समक्ष धरना दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि उपायुक्त आवास द्वारा फोन करने के बाद भी सफाई निरीक्षक विकास देशवाल ने बीमार गौवंश के उपचार के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं की। गौरक्षकों के धरने को देखते हुए औद्योगिक क्षेत्र थाना के एसएचओ व नगर परिषद चेयरपर्सन प्रतिनिधि भवानी प्रताप पहुंचे तथा गौरक्षकों का धरना समाप्त करवाने का प्रयास किया। लेकिन गौरक्षक सफाई निरीक्षक विकास देशवाल पर कार्रवाई की मांग को लेकर अड़े रहे।
गौरक्षकों व पुलिस प्रशासन के बीच तनातनी भी हुई
जिसके चलते गौरक्षकों व पुलिस प्रशासन के बीच तनातनी भी हुई। जिसके बाद चेयरपर्सन प्रतिनिधि भवानी प्रताप ने बीच में आते हुए मामले को शांत करवाया। मामले की जानकारी देते हुए गौरक्षा भिवानी के प्रधान संजय परमार ने बताया कि बीती रात करीबन 8 बजे उनके पास दो गौवंश व पिल्ले के बीमार होने की सूचना आई। लेकिन गौरक्षक एक गाय का ऑप्रेशन करवाने में व्यस्त थे तो उन्होंने नगर परिषद में फोन करने की सलाह शिकायतकर्ता को दी। जब आम नागरिक ने नगर परिषद के सफाई निरीक्षक से बीमार गौवंश व पिल्ले की उपचार के लिए मदद मांगी तो उन्होंने कहा कि रात 8 बजे बाद उनके पास कोई व्यवस्था नहीं है तथा इतना कहकर सफाई निरीक्षक ने फोन काट दिया तथा नंबर ब्लैक लिस्ट में कर दिया।
इसके बाद भी जितने भी सेवा के फोन आए, उन्हे बिना सुने ही सफाई निरीक्षक द्वारा ब्लैक लिस्ट में डाल दिया गया। संजय परमार ने कहा कि यदि सफाई निरीक्षक यह लापरवाही नहीं बरतते तो बीमार गौवंश व अन्य पशु की जान बच सकती थी। ऐसे में गौरक्षा दल भिवानी सफाई निरीक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग करता है। गौरक्षकों के गुस्से को देखते हुए नगर परिषद चेयरपर्सन प्रतिनिधि ने गौ सेवा के लिए 24 घंटे पुरुषोत्तम दरोगा की ड्यूटी लगाई, जो बीमार व घायल पशुओं को उठाने के लिए कर्मचारियों की व्यवस्था करेंगे तथा सफाई निरीक्षक को निर्देश दिए कि वे अपनी ड्यूटी में कोताही ना बरते तथा किसी का नंबर भी ब्लैक लिस्ट में ना डालें। इस आश्वासन के बाद गौरक्षकों ने अपना धरना खत्म किया।