- एक दिवसीय भूख हड़ताल व महिला कर्मचारियों ने मेहंदी लगाकर जताया सरकार के खिलाफ रोष
- जब काम में भेदभाव नहीं तो वेतन और हकों में एनएचएम से भेदभाव बरतना गलत : कर्मचारी नीलम
(Bhiwani News ) भिवानी। नियमितीकण सहित विभिन्न मांगों को लेकर प्रदेश भर के करीबन 18 हजार एनएचएम कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। लेकिन सरकार उनकी मांगों कों लगातार अनदेखा कर रही है। इसी के तहत भिवानी में करीबन 550 एनएचएम कर्मचारी एनएचएम कर्मचारी सांझा मोर्चा हरियाणा के बैनर तले न्याय के दरबार भिवानी के लघु सचिवालय के बाहर अनिश्चितकालीन धरनारत्त है। अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल के 11वें दिन सरकार का ध्यान उनकी मांगों की तरफ केंद्रित करने के उद्देश्य से एनएचएम कर्मचारियों ने सोमवार को अन्नदान करते हुए एक दिवसीय भूख हड़ताल कर व हाथों में मेहंदी लगाकर रोष जताया। इस दौरान एनएचएम कर्मचारियों ने प्रदेश सरकार को ट्वीट के माध्यम से उनकी मांगों बारे चेताने का काम किया।
पिछले 11 दिनों से धरने पर बैठकर अपनी मांग सरकार तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे
बता दे कि एनएचएम कर्मचारी नियमितीकरण, 7वें वेतन आयोग, एलटीसी का भुगतान, मैडिकल लीव, कैशलेस बीमा, ईएल/सीएल, पुरानी तबादला नीति को लागू करने सहित अन्य मांगों को लेकर धरनारत्त है। एनएचएम कर्मचारी संघ हरियाणा के जिला अध्यक्ष डा. हिमांशु व डा. प्रवीण ने कहा कि एनएचएम कर्मचारी पिछले 11 दिनों से धरने पर बैठकर अपनी मांग सरकार तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे है। लेकिन सरकार उनकी मांगों की कोई सूध नहीं ले रही। जिसके चलते उन्होंने सोमवार को अन्नदान करते हुए एक दिवसीय भूख हड़ताल व महिला एनएचएम कर्मचारियों ने मेहंदी लगाकर विरोध जताया है। एनएचएम कर्मचारी नीलम व मीना ने कहा कि एनएचएम कर्मचारी पिछले 5 वर्षो से लगातार संघर्ष कर रहे है। उन्होंने कहा कि सरकार ने वर्ष 2016 में पॉलिसी बनाई जाएगी, जिसके तहत उन्हे पक्का किए जाने का आश्वासन दिया था। लेकिन वो आश्वासन आज तक सिर्फ कागजों में धूल फांक रहा है।
मजबूरीवश अपने भविष्य के लिए हड़ताल पर बैठे
उन्होंने कहा कि उन्हे आमजन के स्वास्थ्य से खिलवाड़ या हड़ताल का कोई शौक नहीं है, वे मजबूरीवश अपने भविष्य के लिए हड़ताल पर बैठे है। उन्होंने कहा कि उनके बहुत से कर्मचारी सेवानिवृत्त हो चुके है तथा बहुत से कर्मचारियों का निधन हो चुका है, लेकिन आज तक उन्हे कोई भत्ता नहीं मिला। उन्होंने कहा कि जब काम में उनके साथ भेदभाव नहीं बरता जा रहा तो वेतन व हकों से भेदभाव क्यो किया जा रहा है। एनएचएम कर्मचारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि अब भी सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी तो भाजपा सरकार के खिलाफ विधानसभा चुनाव में बड़ा आंदोलन छेडऩे का काम करेंगे तथा भाजपा को सत्ता से बाहर करेंगे।