Bhiwani News : बड्स एक्ट-2019 के तहत कार्यालय खुलने के 15 माह बाद भी नहीं मिली राशि : रामजस

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Bhiwani News : बड्स एक्ट-2019 के तहत कार्यालय खुलने के 15 माह बाद भी नहीं मिली राशि : रामजस
बैठक में नारेबाजी करते पीडि़त निवेशक।
  • पीडि़त निवेशकों ने एक मई को संसद घेराव व राष्ट्रव्यापी आंदोलन की रूपरेखा की तैयार

(Bhiwani News) भिवानी। पीएसीएल सहित विभिन्न चीटफंड कंपनियों के पीडि़त निवेशकों की प्रदेश स्तरीय बैठक रविवार को ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार (तपजप) संगठन के बैनर तले भिवानी के स्थानीय हुडा पार्क में आयोजित की गई। बैठक में बतौर मुख्य वक्ता प्रदेश अध्यक्ष रामजस व किसान व मजदूर नेता कामरेड ओमप्रकाश पहुंचे तथा बैठक को संबोधित किया। बैठक को संबोधित करते हुए तपजप के प्रदेश अध्यक्ष रामजस ने कहा कि सरकार पीडि़त निवेशकों की जमापंूजी उन्हे ना लौटाकर उनके साथ भद्दा मजाक कर रही है।

जमापूंजी के इंतजार में लगभग 10 वर्षो के दौरान देश के लगभग पांच लाख नागरिक एवं 1200 सैनिक आत्महत्या कर चुके है, लेकिन इसके बावजूद भी सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग नही। जिसके चलते पीडि़त निवेशकों में रोष है तथा उन्होंने एक मई को राष्ट्रव्यापी धरने प्रदर्शन का ऐलान किया है।

180 दिन में जमापूंजी वापिस दिलवाए जाने का प्रावधान था

प्रदेश प्रधान रामजस ने कहा कि पीडि़त निवेशकों की जमापूंजी वापिस दिलवाने के लिए बड्स एक्ट-2019 के तहत प्रत्येक जिला मुख्यालय पर कार्यालय खोले गए थे। जिसके तहत 180 दिन में जमापूंजी वापिस दिलवाए जाने का प्रावधान था, लेकिन करीबन 15 माह से कार्यालय खुलने के बावजूद भी पीडि़त निवेशकों की जमापूंजी नहीं मिल पाई।

उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि या तो सरकार 30 अप्रैल तक चीटफंड कंपनियों के निवेशकों की जमापूंजी उन्हे लौटाए, नहीं तो एक मई को संसद का घेराव कर देश भर में बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा। इस मौके पर कामरेड ओमप्रकाश ने कहा कि न्यायालय ने कंपनियों की प्रोपर्टी जब्त कर भुगतान के आदेश दिए थे, लेकिन सरकार इस दिशा में कदम नहीं बढ़ा रही। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि पूरी जांच-पड़ताल करके ही ऐसी कंपनियों को लाईसेंस देना चाहिए।

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