- मशीन से एक साथ 72 मरीजों के करीब 500 रोगो की हो सकेगी जांच, लोहारू सहित सभी पीएचसी में नई सीबीसी मशीन भी मिली
(Bhiwani News) लोहारू। नगर स्थित उप नागरिक अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा सुविधाओं में निरंतर विस्तार किया जा रहा है। इसी कड़ी में विभाग द्वारा उप नागरिक अस्पताल की प्रयोगशाला को मरीजों की विभिन्न बीमारियों की जांच के लिए फुली ऑटोमेटिक बायोकेमिस्ट्री एनालाइजर मशीन भेजी गई है जिसके इनस्टॉल होने के बाद एक साथ 72 रोगियों की लगभग 500 बीमारियों का टेस्ट एक साथ किया जा सकता है।
ऐसे में मरीजों को प्राइवेट लैब में करवाए जाने वाले लैब टेस्ट के भारी भरकम खर्च से निजात मिलने के साथ-साथ समय व धन की भी बचत होगी। उप नागरिक अस्पताल द्वारा फुली ऑटोमेटिक बायोकेमिस्ट्री एनालाइजर मिलने के बाद इसे स्थापित करने के लिए स्थान चिन्हित किया जा रहा है तथा वहां मशीन के लिए व्यवस्थाएं पूर्ण की जा रही है।
मशीन की कीमत करीब 38 लाख रुपये के आसपास बताई जा रही
यह मशीन लगाने के उपरांत इसका डेमो देने के लिए बाहर से विशेषज्ञों की टीम आएगी। डेमो लेने के बाद यहां का स्टाफ इस मशीन पर जांच का काम कर सकेगा। फिलहाल नागरिक अस्पताल को यह मशीन प्राप्त हो चुकी है, जबकि मरीजों को इस मशीन को चालू करने का इंतजार है।
इस मशीन की कीमत करीब 38 लाख रुपये के आसपास बताई जा रही है। अस्पताल प्रशासन द्वारा फुली ऑटोमेटिक बायोकेमिस्ट्री एनालाइजर स्थापित करने के लिए बिजली की अर्थिंग, प्री फिल्टर वाटर सिस्टम आदि औपचारिकताएं पूरी की जा रही है। संभावना है कि नव वर्ष 2025 के जनवरी माह में ही फुली ऑटोमेटिक बायोकेमिस्ट्री एनालाइजर पर लैब टेस्ट शुरू हो जाएंगे तथा मरीजों को राहत मिलेगी।
हालांकि अस्पताल को अपग्रेड करने तथा इसके नए भवन बारें प्रक्रिया चल रही है परंतु अभी तक सरकार की घोषणा के बावजूद आवश्यक स्वीकृति न मिलने के कारण यह सिरे नहीं चढ़ पाई है। प्रयोगशाला में आई नई जांच मशीन के लिए प्रयोगशाला में पर्याप्त जगह नहीं है, जिस कारण लैब को आईसीटीसी लैब के कमरे के साथ स्थानांतरित किया गया है। उसी कमरे को इस मशीन के उपयोग के लिए निर्धारित कर दिया गया है।
वहीं दूसरी ओर दिसंबर माह में ही विभाग द्वारा एसडीएच सहित अधीनस्थ पीएचसी में सीबीसी मशीन (कंप्लीट ब्लड काउंट मशीन) मशीन भी भेजी गई है जिसे इंस्टॉल करवाया जा चुका है। अब ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को ब्लड संबंधित जांच के लिए जिला अस्पताल में नहीं आना पड़ेगा अब वे घर के नजदीक ही अपनी जांच करवा सकेंगे।
ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को मिलेगी राहत :
उल्लेखनीय है कि किसी भी प्रकार की बीमारियों की पहचान के लिए चिकित्सक सबसे पहले मरीज रक्त एवं यूरिया संबंधित जांच करवाते हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर ही मरीज का उपचार शुरू करते हैं। जबकि ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों में यह मशीन नहीं होने से ग्रामीण रोगियों को निजी अस्पतालों में जाना पड़ता था।
निजी अस्पतालों में जांच के नाम पर लोगों से हजारों रुपये ले लेते हैं। वहीं जिला अस्पताल में अत्यधिक भीड़ के कारण मरीजों को कई बार उसी दिन रक्त जांच संबंधित रिपोर्ट नहीं मिल पाती थी। अगर रिपोर्ट मिलती है तो तब तक चिकित्सकों की ड्यूटी का समय समाप्त हो जाता था. लेकिन अब इसमें राहत मिलने की पूरी संभावना है। इससे उनके समय व पैसे की भी बचत होगी।
क्या कहते है अधिकारी :
वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डा. गौरव चतुर्वेदी ने बताया कि विभाग द्वारा उप नागरिक अस्पताल में फुली ऑटोमेटिक बायोकेमिस्ट्री एनालाइजर मशीन उपलब्ध कराई गई है। मशीन को इंस्टॉल करवाने की प्रक्रिया जारी है तथा जल्द ही मरीजों को इसकी सुविधा मिलेगी।
वहीं लोहारू अस्पताल सहित सभी पीएचसी में नई सीबीसी मशीन भी मिली है जिसके माध्यम से मरीजों के टेस्ट भी शुरू किए जा चुके है। इससे मरीजों की लैब जांच बढ़ जाएंगी तथा इससे उनके समय व धन की भी बचत होगी।