(Bhiwani News) सतनाली। हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी द्वारा कवि दयाचंद मायना सम्मान से सम्मानित प्रथम साहित्यकार महेंद्रगढ़ जिले के गांव स्याणा निवासी समशेर कोसलिया ‘नरेश’ की अहीरवाटी में पहेली संग्रह की नव प्रकाशित पुस्तक ‘फाली का फल’ का विमोचन आगामी 20 जनवरी 2025 को आनंद कला मंच द्वारा लोक साहित्यकार जयलाल दास सभागार भिवानी में किया जाएगा।
हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा श्रेष्ठ कृति पुरस्कार भी वर्ष 2018 में प्राप्त हो चुका
ध्यान रहे कि समशेर कोसलिया की अब तक की नौ प्रकाशित पुस्तकों में पांच हिंदी और चार अहीरवाटी में पुस्तकें हैं। अहीरवाटी में नाटक संग्रह की प्रकाशित पुस्तक ‘दरद’ को हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा श्रेष्ठ कृति पुरस्कार भी वर्ष 2018 में प्राप्त हो चुका है।
हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी द्वारा ‘दरद’ पुस्तक को पहली बार अहीरवाटी की पुस्तक को श्रेष्ठ कृति पुरस्कार से पुरस्कृत होने का गौरव प्राप्त है वहीं हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी द्वारा वर्ष 2021 से कवि दयाचंद मायना सम्मान शुरू किया गया था तथा इस सम्मान को हासिल करने वाले पहले साहित्यकार होने का गौरव भी कोसलिया को प्राप्त है।
कोसलिया की पुस्तक ‘फाली का फल'(अहीरवाटी पहेली संग्रह) की भूमिका डॉ सी.एस.वर्मा ‘प्रभाकर’ सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला सम्मान से विभूषित ने लिखी है वहीं हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी द्वारा अहीरवाल के पहले ‘आजीवन साहित्य साधना सम्मान’ से सम्मानित वरिष्ठ साहित्यकार रोहित यादव, हरियाणा संस्कृत अकादमी द्वारा महर्षि वेदव्यास सम्मान से सम्मानित वरिष्ठ साहित्यकार डॉ जयभगवान शर्मा, हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी द्वारा जनकवि मेहर सिंह सम्मान से सम्मानित एवं स्तंभकार, कवि, समीक्षक सत्यवीर नाहड़िया, सांस्कृतिक अहीरवाल ट्रस्ट के राष्ट्रीय निदेशक पूर्व प्राध्यापक सत्यव्रत शास्त्री आदि विद्वानों ने फ्लैप टिप्पणियां लिखकर और भी गौरवान्वित किया है।
कोसलिया की ‘फाली का फल’ पुस्तक में 333 पहेलियों का संग्रह किया गया है। पुस्तक की समीक्षा पूर्व प्राध्यापक एवं वरिष्ठ साहित्यकार विजयपाल सेहलंगिया ने की है।
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