Bhiwani News : जहर गिरी आश्रम में शिव शक्ति जनकल्याण सेवा ट्रस्ट द्वारा धूमधाम से मनाया गया जन्माष्टमी का पर्व

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Janmashtami festival was celebrated with great pomp in Jahar Giri Ashram
बाबा जहरगिरी आश्रम में प्रतिभागियों के सम्मान समारोह में उपस्थित विशिष्ठ अतिथिगण।

(Bhiwani News) भिवानी। स्थानीय हालुवास गेट स्थित सिद्धपीठ बाबा जहर गिरी आश्रम में शिव शक्ति जनकल्याण सेवा ट्रस्ट द्वारा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व हर्षोल्लास से धूमधाम से मनाया गया। यह जानकारी देते हुए आश्रम के प्रवक्ता सुरेश सैनी ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य सूत्रधार व अध्यक्ष आश्रम के पीठाधीश्वर अंतर्राष्ट्रीय श्रीमहंत जूना अखाड़ा डा. अशोक गिरी महाराज रहे। वही सान्निध्य बालयोगी चरणदास महाराज व जहरगिरी आश्रम के बाबा कैलाश गिरी का रहा। कार्यक्रम के दौरान नन्हे-मुन्हे बच्चों ने राधा-कृष्ण की पोशाक पहनकर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम के दैरान विभिन्न 35 स्कूलों के विद्यार्थियों ने भाग लिया तथा अपनी प्रतिभा के दम पर दर्शकों का मन मोह लिया। कार्यक्रम में बतौर मुख्यअतिथि भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश महामंत्री संदीप जोशी व विधायक घनश्याम सर्राफ ने शिरकत की। प्रवक्ता ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान विभिन्न कार्यक्रमों की प्रस्तुति देने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया।

आस्था पर विश्व का सबसे प्राचीनतम धर्म हिंदू धर्म जीवित है : श्री महंत डॉ. अशोक गिरी

इस मौके पर आश्रम के पीठाधीश्वर अंतरराष्ट्रीय श्री महंत जूना अखाड़ा डा. अशोक गिरी महाराज ने बताया कि भारत देश आस्था के अनूठे संगम का देश है तथा इसी आस्था पर विश्व का सबसे प्राचीनतम धर्म हिंदू धर्म जीवित है। उन्होंने कहा कि भगवान विष्णु के अवतार श्रीकृष्ण का हिन्दू धर्म में एक अलग स्थान है। जातक कथाओं और महाभारत के अनुसार मथुरा के कारागार में भगवान श्रीकृष्ण का जन्म मां देवकी के गर्भ से उस समय हुआ था जब चारों तरफ पाप, अन्याय और आतंक का प्रकोप था, धर्म जैसे खत्म सा हो गया था। धर्म को पुन: स्थापित करने के लिए ही द्वापर युग में कान्हा का जन्म हुआ था। आज भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व अधर्म पर धर्म की जीत के तौर पर मनाया जाता है।

इस मौके पर भाजपा के पूर्व प्रदेश महामंत्री संदीप जोशी ने कहा कि भारत के प्रत्येक हिस्से में जन्माष्टमी पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। जितना जरूरी जन्माष्टमी को मनाना है, उससे कहीं ज्यादा जरूरी इसके पीछे छिपे उद्देश्य को जानना भी है। इस मौके पर विधायक घनश्याम सर्राफ ने कहा कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व पूरी दुनिया में पूर्ण आस्था एवं श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। जिन कार्यक्रमों में श्रद्धालु भी बढ़-चढक़र हिस्सा लेते है। जो कि सनातन संस्कृति की खूबसूरती व गौरवता का दर्शाता है।

कार्यक्रम में निर्णायक मंडल की भूमिका नीता चावला, डा. मनोज भारत, रूपल शर्मा ने निभाई। जिन्हे भी कार्यक्रम के अंत में गिर गाय का देशी घी, कान्हा जी की चांदी की प्रतिमा व रूद्राक्ष की माला भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर श्याम सुंदर सनातनी, डा. शिव कांत, रामप्रताप शर्मा, अंकित भारद्वाज, डा. गौरव, डा. रमेश खासा, इंदु शर्मा, गुलाटी टेलर्ज, सुनील बौंदिया, पीडी मित्तल, संजय शर्मा, सुरेश यादव, नरेश सैनी, हन्नी सैनी, प्रताप सरपंच, ओमबीर सिंह तंवर, अमन बुधिया, अमरनाथ सर्राफ, रमन गर्ग, मोनू जांगड़ा, नरेंद्र जांगड़ा सहित अनेक श्रद्धालु गण मौजूद रहे।