- करीब डेढ़ माह से दो पक्षों में से चल रहा था विवाद
(Bhiwani News) लोहारू। स्थानीय रामलीला मैदान में सिलाई सेंटर के संचालन के लिए प्रशासन और लोहारू समस्या समाधान सामाजिक संगठन के बीच चल रहे विवाद में नपा प्रशासन ने एसडीएम के ओदश के बाद बुधवार को रामलीला मैदान को ताला लगा दिया। ध्यान रहे रामलीला के संचालन से पहले रामलीला मैदान में बने कमरों में महिला नारी शक्ति सिलाई सेंटर द्वारा संचालित किया जा रहा था। परंतु रामलीला के समापन के बाद सामाजिक संगठन फिर से सिलाई सेंटर चलाने की प्रशासन से मांग कर रहा था जो महिलाओं सहित 28 अक्टूबर को एसडीएम से मिलकर सिलाई सेंटर के संचालन की गुहार लगाई थी।
उल्लेखनीय है कि द्वारा लोहारू समस्या समाधान सामाजिक संगठन द्वारा रामलीला मैदान में नारी शक्ति सिलाई सेंटर चलाया जा रहा था। इसका संचालन रामलीला के मंचन से पहले इसी में बने कमरों में किया जा रहा था। परंतु कथित रूप से रामलीला के मंचन के लिए कमरों को खाली करवाया गया था और प्रशासन द्वारा रामलीला के मंचन के बाद के सिलाई सेंटर को फिर से सुचारू करने की बात कही गई थी। लोहारू समस्या समाधान के संस्थापक प्रदीप सैनी ने बताया कि लोहारू में पिछले करीब तीन माह से नारी शक्ति के उत्थान हेतु प्रशासनिक सहमति से आदर्श रामलीला मैदान में सिलाई सेंटर संचालित किया जा रहा था।
पिछले दिनों रामलीला के आयोजन के लिए नगर वासियों ने प्रशासन व एसडीएम के समक्ष गुहार लगाकर उक्त सिलाई सेंटर को रामलीला आयोजन संपन्न होने तक एक धर्मशाला में स्थानांतरित कर दिया था। उस समय प्रशासन द्वारा यह कहा गया था कि रामलीला आयोजन संपन्न होने के बाद सिलाई सेंटर का सामान वापस रामलीला मैदान में रखवा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि एसडीएम के आश्वासन पर उन्होंने सिलाई सेंटर को धर्मशाला में स्थानांतरित किया था परंतु करीब डेढ़ माह बीत जाने के बाद भी उन्हें सिलाई सेंटर को रामलीला मैदान में संचालित नहीं करने दिया जा रहा है।
इस मामले में संगठन के पदाधिकारी व नारी शक्ति सिलाई केंद्र के पदाधिकारी एसडीएम मनोज दलाल से भी मिले परंतु वहां से कोई सकारात्मक आश्वासन नहीं मिला। इस विवाद को खत्म करने के लिए नपा प्रशासन ने एसडीएम के आदेश के बाद बुधवार को रामलीला मैदान को ताला लगा दिया जिसको लेकर लोगों में रोष देखने को मिल रहा है।
बॉक्स: इस बारे में नपा सचिव तेजपाल सिंह तंवर ने बताया कि रामलीला मैदान की जमीन हरियाणा सरकार की जमीन है। इस पर सिलाई सेंटर चलाने के लिए दो पक्षों में विवाद चल रहा था।
एसडीएम मनोज दलाल के आदेश के बाद रामलीला मैदान को ताला लगाकर नपा ने अपने कब्जे में ले लिया है। अब रामलीला मैदान प्रशासन के कब्जे में रहेगा। यहां पर किसी भी प्रकार के कार्यक्रम के आयोजन के लिए प्रशासन की अनुमति लेनी होगी। उन्होंने बताया कि प्रशासन के आदेशों की सभी को अनुपालना करनी होगी।
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