Bhiwani News : कैसे मिले बच्चों को उचित पोषण, फास्ट फूड के बढ़ते प्रचलन से बच्चों के स्वास्थ्य के हो रहा खिलवाड़

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Bhiwani News : कैसे मिले बच्चों को उचित पोषण, फास्ट फूड के बढ़ते प्रचलन से बच्चों के स्वास्थ्य के हो रहा खिलवाड़
सतनाली में लोहारू चौक पर जंक फूड के ठेले पर जंक फूड खाती छात्राएं।
  • स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है जंक फूड

(Bhiwani News) सतनाली। सरकार द्वारा बच्चों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता करने के उद्देश्य से स्कूल हेल्थ कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीमों का गठन कर जागरूक किया जाता है वहीं राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य पोषण योजना के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों व स्वास्थ्य केंद्रों पर कार्यक्रम आयोजित कर बच्चों के खानपान, आहार की पौष्टिकता के बारे में जानकारी दी जाती है।

फास्ट फूड का निरंतर बढ़ रहा प्रचलन जहां बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है

वहीं दूसरी ओर बच्चों में तेजी से बढ़ रहे फास्ट फूड के प्रति रूझान से न केवल उन्हें उचित पोषक तत्व मिल पाते है बल्कि उनके स्वास्थ्य से भी खिलवाड़ हो रहा है। फास्ट फूड का निरंतर बढ़ रहा प्रचलन जहां बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है, वहीं अभिभावक भी अपने बच्चों पर इस त्वरित आहार के प्रयोग के लिए नियंत्रण नहीं लगा पा रहे हैं। कारण कुछ भी हों लेकिन सबसे बड़ी प्रशासनिक लापरवाही, कंपनियों की बड़े स्तर पर मिलीभगत और खाद्य विभाग की निगरानी का अभाव इसके लिए जिम्मेदार है।

स्वादिष्ट होने के नाम पर बच्चों व उपभोक्ताओं से सरेआम लूट हो रही

समय-समय पर यह मांग उठती रही है कि कम से कम स्कूल परिसरों व कालेजों के आसपास तो जंक फूड की बिक्री पर रोक लगाई जाए परंतु इसकी तरफ किसी का कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा और न ही कोई कानून बनाया गया है। सतनाली कस्बे व आसपास क्षेत्र में सरेआम ऐसे फूड की बिक्री हो रही है। उसमें क्या क्या मिला होता है, किसी को कोई जानकारी नहीं। स्वादिष्ट होने के नाम पर बच्चों व उपभोक्ताओं से सरेआम लूट हो रही है।

हालांकि सीधे तौर पर प्रशासनिक नियंत्रण ऐसी बिक्री पर कही भी नजर नहीं आ रहा है। कस्बे के बस स्टैंड, लोहारू चौक, मुख्य चौक , टी प्वाइंट के नजदीक लगने वाले फास्ट फूड के ठेले प्रशासनिक नियंत्रण के अभाव में जंक फूड के नाम पर खिलवाड़ कर रहे है।

इन ठेले पर स्कूली बच्चों व महाविद्यालय तथा कोचिंग सेंटरों में आने वाले छात्र छात्राओं की भीड़ लगी रहती है। ऐसे में ऐसे में फास्ट फूड आदि खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन व सरकार को ठोस नीति बनानी होगी अन्यथा बच्चों को न केवल उचित पोषण से वंचित रहना पड़ेगा बल्कि उनके स्वास्थ्य से खिलवाड़ भी होगा।

क्या कहते हैं चिकित्सक : 

इस बारे में चिकित्सक डा. संदीप ने बताया कि लोकल स्तर पर जंक फूड या फास्ट फूड गलियों में तैयार करके बेचा जा रहा है, उस पर तत्काल अंकुश लगाने के लिए प्रशासन व सरकार को ठोस पहल करनी चाहिए। बच्चे और किशोरों के स्वास्थ्य पर हुए अनेक शोध बताते हैं कि जंक फूड जिसे फास्ट फूड कहते हैं, अनेक बीमारियों का जनक है।

निरंतर ऐसे भोजन के प्रयोग से हड्डियों की कमजोरी, खून की कमी, मोटापा तथा उनमें स्मरण शक्ति का अभाव प्रमुख तौर पर पाए गए हैं। ऐसा भोजन हर आयु के वर्ग के लोगों की सेहत के लिए खिलवाड़ साबित हुआ है। इसलिए इसके प्रयोग से जितना परहेज किया जाए उतनी स्वास्थ्य के लिए अच्छा है।

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