(Bhiwani News) भिवानी। बीआरसीएम ज्ञानकुंज स्कूल परिसर में सात दिवसीय एनएसएस शिविर का शुभारंभ बड़े उत्साह और धूमधाम के साथ किया गया। इस अवसर पर बीआरसीएम शिक्षण समिति के निदेशक डॉक्टर एस. के. सिन्हा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। शिविर की अध्यक्षता प्राचार्य राजेश कुमार झांझरिया ने की, जबकि उपप्राचार्य श्रीमती सरस्वती दीक्षित ने कार्यक्रम में अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई।
वॉलिंटियर्स ने मुख्य अतिथि का स्वागत अपने जोश और ऊर्जा से भरपूर प्रदर्शन के साथ किया
कार्यक्रम की शुरुआत एनएसएस वॉलिंटियर्स द्वारा प्रस्तुत एनएसएस गीत से हुई, जिसमें सेवा और समर्पण का संदेश दिया गया। वॉलिंटियर्स ने मुख्य अतिथि का स्वागत अपने जोश और ऊर्जा से भरपूर प्रदर्शन के साथ किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम हरियाणवी संस्कृति की झलक प्रस्तुत करते हुए वॉलिंटियर्स नीतू बांगड़वा, हिमांशु सांगवान, कुसुम, और खुशी ने हरियाणवी नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी, जिसने सभागार में तालियों की गडग़ड़ाहट भर दी।
इसके बाद रिया, खुशबू, और मुस्कान ने पर्यावरण संरक्षण पर आधारित एक प्रेरणादायक नृत्य प्रस्तुत किया, जिसने उपस्थित जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया। एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी जोगेंद्र सिंह ने सात दिनों की गतिविधियों का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया। मुख्य अतिथि डॉक्टर एस. के. सिन्हा ने छात्रों के जीवन में शारीरिक गतिविधियों और खेलों के महत्व पर प्रकाश डाला।
छात्रों को समाज में जागरूकता और पर्यावरण संरक्षण के लिए सक्रिय भूमिका निभाने की प्रेरणा दी
उन्होंने कहा, ग्रूप स्पोर्ट्स न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं, बल्कि टीमवर्क, अनुशासन और नेतृत्व क्षमता का विकास भी करते हैं। इसके साथ ही,उन्होंने छात्रों को समाज में जागरूकता और पर्यावरण संरक्षण के लिए सक्रिय भूमिका निभाने की प्रेरणा दी।
शिविर छात्रों में सेवा भावना, नेतृत्व कौशल और सामुदायिक विकास के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने का माध्यम बनेगा
प्राचार्य राजेश कुमार झाझरिया ने शिविर के उद्देश्यों को साझा करते हुए कहा कि यह शिविर छात्रों में सेवा भावना, नेतृत्व कौशल और सामुदायिक विकास के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने का माध्यम बनेगा। डॉ. सिन्हा ने ग्रुप स्पोर्ट्स के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ये खेल केवल शारीरिक दक्षता को बढ़ावा नहीं देते, बल्कि सामूहिकता, नेतृत्व, और समस्या-समाधान की क्षमता भी विकसित करते हैं।
छात्रों को अपनी रुचि और क्षमता के अनुसार किसी भी खेल में भाग लेना चाहिए
उन्होंने एनएसएस वॉलिंटियर्स से अपील की कि वे खेलों को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाएं। उन्होंने विभिन्न खेलों जैसे क्रिकेट, फुटबॉल, कबड्डी, और एथलेटिक्स का उल्लेख करते हुए बताया कि प्रत्येक खेल के अपने विशेष लाभ हैं। उन्होंने कहा कि छात्रों को अपनी रुचि और क्षमता के अनुसार किसी भी खेल में भाग लेना चाहिए और इसे नियमित अभ्यास का हिस्सा बनाना चाहिए एनएसएस वॉलिंटियर्स ने मुख्य अतिथि के संदेश को आत्मसात करते हुए अपने जीवन में खेल और शारीरिक गतिविधियों को प्राथमिकता देने का संकल्प लिया।
मंच संचालन की भूमिका हिमांशु संगवान ने निभाई। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान और धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। सभी एनएसएस वॉलिंटियर्स ने शिविर के उद्देश्यों को पूरी निष्ठा से पूरा करने का संकल्प लिया। इस अवसर पर एएनएम बबीता, धनेंद्र एवं सभी एनएसएस वॉलिंटियर्स उपस्थित रहे।
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