(Bhiwani News) लोहारू। स्थानीय चौ. बंसीलाल राजकीय महाविद्यालय में मंगलवार को प्राचार्य डॉ. मुकेश कुमार की अध्यक्षता में इतिहास विभाग की इतिहास समिति के तत्वाधान में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के इतिहास विभागध्यक्ष और अधिष्ठाता, सामाजिक विज्ञान संकाय प्रोफेसर डॉ. सरवर कुमार चहल द्वारा “ऐतिहासिक शोध और अनुसंधान-विधि” विषय पर विस्तार व्याख्यान आयोजित किया गया।
महाविद्यालय के इतिहास विभागाध्यक्ष डॉ. सुखवीर सिंह ने महाविद्यालय पहुंचने पर प्रोफेसर डॉ. सरवर कुमार चहल का विद्यार्थियों से परिचय करवाया। इतिहास समिति के विद्यार्थी अनु जाखड़ ने औपचारिक रूप से प्रोफेसर चहल का जीवन-वृत प्रस्तुत किया। विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए प्रोफेसर चहल ने कहा कि इतिहास विषय में शोध करने के लिए तय मानकों का अनुसरण करना होता है।
वैज्ञानिक विधि और पद्धतियों का अनुसरण किया जाना आवश्यक
शोध विद्यार्थी को प्राथमिक और सहायक ऐतिहासिक स्रोतों का अच्छी प्रकार से विश्लेषण करना चाहिए। पूर्वाग्रह से मुक्त होकर और ऐतिहासिक तथ्यों के आधार पर वैज्ञानिक विधि और पद्धतियों का अनुसरण किया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि ई.एच.कार और रांके इतिहास में शोध के लिए आदर्श सिद्धांत और मार्गदर्शन प्रस्तुत करते हैं।
इतिहास समिति के अध्यक्ष राकेश कुमार और ममता ने व्याख्यान पर अपना मूल्यांकन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर हाल ही में विभाग के दो विद्यार्थियों निकिता और चंद्रमुखी को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करने पर दोनों को प्रशस्ति-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर इतिहास विभाग के एम.ए. के सभी विद्यार्थी उपस्थित रहे।
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