- श्रद्धालुओं द्वारा अत्यधिक मीठा खिलाने से बीमार पड़े जानवरों का टीम रक्षक ने किया उपचार
(Bhiwani News) भिवानी। देश भर में विभिन्न धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं द्वारा बंदरों व कुत्तों को मिठाईयां व अन्य मीठे पदार्थ खिलाने की परंपरा रही है। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि यह परंपरा अब जानवरों के स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए हानिकारक साबित होती जा रही है।
ऐसा ही हाल इन दिनों राजस्थान के सीकर जिला में स्थित खाटू श्याम मंदिर में देखने को मिली, जहां पर श्रद्धालुओं द्वारा कुत्तों व बंदरों को अत्यधिक मात्रा में मीठा खिलाने से वे बीमार हो रहे थे। जब इस बात की सूचना गौरक्षा दल भिवानी की टीम को मिली तो प्रधान संजय परमार के नेतृत्व में गांव नौरंगाबाद की टीम रक्षक के पशु सेवक बिजेंद्र रक्षक अन्य साथियों के साथ खाटू श्याम मंदिर में पहुंचे तथा बीमार कुत्तों व बंदरों का उपचार शुरू किया गया।
खाटू श्याम मंदिर में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं द्वारा कुत्तों व बंदरों को अत्याधिक मात्रा में मीठा खिलाया जा रहा
एक सप्ताह तक खाटू श्याम में कुत्तों व बंदरों का उपचार करने के बाद भिवानी पहुंची गांव नौरंगाबाद की टीम रक्षक के पशु सेवक बिजेंद्र रक्षक ने बताया कि उन्हे किसी साथी द्वारा सूचना मिली थी कि खाटू श्याम मंदिर में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं द्वारा कुत्तों व बंदरों को अत्याधिक मात्रा में मीठा खिलाया जा रहा है, जिससे वे स्किन इंफेक्शन की बीमारी कुत्तों व बंदरों में फैल रही है। जिसके बाद वे अपनी टीम के पशु सेवकों के साथ यहां पहुंचे।
गौरक्षा दल भिवानी के प्रधान संजय परमार व पशु सेवक बिजेंद्र रक्षक ने कहा कि अधिक मात्रा में मिठाई व चीनी युक्त खाद्य पदार्थ खाने से बंदर व कुत्ते तेजी से स्किन इंफेक्शन, मोटापे व मधुमेह जैसी बीमारियों की चपेट में आते है।
जो उनके लिए जानलेवा भी साबित होती है। उन्होंने नागरिकों से आह्वान किया कि वे बंदरों व कुत्तों को मीठा खिलाने की बजाए फल व अनाज खिलाए। इस मौके पर हिमांशु सैनी, सन्नी, अमन पांडे, भीम सैनी व सीकर टीम से कृष्ण कुमावत भी मौजूद रहे।
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