- गत 22 दिसंबर को ही नहर विभाग व प्रशासन को करवाया था संभावित खतरे बारे अवगत
- किसानों का आरोप: बार-बार अवगत कराने के बाद भी नहर विभाग ने नहीं की नियमानुसार व्यवस्थाएं
(Bhiwani News) सतनाली। विगत दिवस हुई बरसात के बाद नहरों में पानी का बहाव बढ़ने के कारण जड़वा माइनर ओवरफ्लो हो गई तथा उसका पानी किसानों के खेतों की बहने से आधा दर्जन किसानों के खेतों में खड़ी करीब 15 से 20 एकड़ फसल खराब हो गई। इसकी सूचना नहर विभाग को भी दी गई परंतु कोई भी अधिकारी या कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा।
ओवरफ्लो पानी की वजह से हुए फसली नुकसान की भरपाई की मांग को लेकर रोष जताया
वहीं मौके पर पहुंचे किसानों ने मेजर मुरारी लाल शर्मा की अगुवाई में नहर विभाग के प्रति रोष जताया तथा नहर के ओवरफ्लो पानी की वजह से हुए फसली नुकसान की भरपाई की मांग को लेकर रोष जताया। किसानों ने बताया कि गांव जवाहर नगर व ढाणी कुम्हारान के बीच अंडर ब्रिज के नजदीक जडवा माइनर का पानी ओवरफ्लो होने से पानी किसान के खेतों में बहने लगा जिस कारण किसान नरेश, महाबीर, सोमबीर, राजकुमार, विजयपाल आदि के करीब 15 से 20 एकड़ में खड़ी गेहूं, चने व सरसों की फसल खराब हो गई।
इसमें तीन एकड़ में चने, पांच एकड़ में सरसों, चार से पांच एकड़ में गेहूं सहित साथ लगते खेतों की फसल भी खराब हो गई। पानी का बहाव ज्यादा होने के कारण नुकसान ज्यादा हुआ है तथा खेतों में गड्डे भी बन गए। उन्होंने बताया कि आए दिन नहर क्षतिग्रस्त भी होती रहती है तथा इसकी मरम्मत भी सही तरीके से नहीं की जा रही। हर बार कभी नहर क्षतिग्रस्त होने तो कभी ओवरफ्लो होने के कारण किसानों की फसल खराब हो जाती है।
22 दिसंबर को भी प्रशासन तथा संबंधित विभाग को खेतों की ओर जाने तथा फसलों को होने वाले नुकसान के बारे में अवगत कराया था
इस बारे गत 22 दिसंबर को भी प्रशासन तथा संबंधित विभाग को नहरी पानी के किसानों के खेतों की ओर जाने तथा फसलों को होने वाले नुकसान के बारे में अवगत कराया था। किसानों ने बताया कि विभाग द्वारा जो हौद बनाई गई वह जमीन से 4 फुट नीचे रखी गई जबकि नियमानुसार वह हौद जमीन से 3 फुट ऊपर होनी चाहिए थी व उस पर ढक्कन लगाए जाने थे।
इस मामले में अनियमितता बारें तीन से चार दिन पूर्व ही जिला उपायुक्त को भी अवगत करवाया गया था। उन्होंने बताया कि नियमानुसार गांव के गंदे पानी के नाले या नहर के पानी का निकास जहां होता है वहां 50 बाई 100 का होद बनाने का पैसा भी सरकार द्वारा दिया जाता है जो यहां नहीं बनाई गई।
ग्रामीणों ने बताया कि वे इस मामले में नहर विभाग के की लापरवाही के चलते हुए फसली नुकसान के बारे में सीएम विंडो के माध्यम से मुख्यमंत्री को भी अवगत कराएंगे तथा उनकी मांग है कि किसानों को हुए फसली नुकसान की भरपाई करवाई जाए। इस मौके पर मेजर मुरारी लाल शर्मा, सरपंच प्रिय मोहन, सुदर्शन, महाबीर शर्मा, मनोज, शक्ति जवाहर नगर, बाबूलाल, छोटेलाल सहित अनेक किसान मौजूद रहे।
इस बारे में जब नहर विभाग के एसडीओ संजय कुमार ने बताया कि जड़वा माइनर में शविार सांय ही पानी छोड़ा गया था। संभवत: नहर की हौद ब्लॉक होने के कारण पानी ओवरफ्लो होकर खेतों में गया होगा। नहर में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है। किसानों द्वारा अवगत करवाने के बाद नहर में पानी कम करवा दिया गया था। किसान जो 50 बाई 100 की बड़ी हौद बनवाने की बात कह रहे है वह नहर विभाग द्वारा नहीं बनाई जानी है।
यह भी पढ़ें : Jind News : साल की अंतिम सोमवती अमावस्या पर श्रद्धालु करेंगे पितृ तर्पण