(Bhiwani News) भिवानी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक हेडगेवार की जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए भाजपा के पूर्व प्रदेश सह मीडिया प्रमुख रीतिक वधवा ने कहा कि मातृभूमि को नि:स्वार्थ-समर्पित, भारतीय संस्कृति के परम उपासक, राष्ट्र सेवा के प्रतीक, विश्व के सबसे बड़े स्वयंसेवी संगठन ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ’ जैसे वटवृक्ष की नींव रखने वाले परम पूज्यनीय डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार जी की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि वंदन। उन्होंने कहा कि आज से हिंदू नववर्ष की शुरुआत हो गई है।

ब्रह्म पुराण के अनुसार, चैत्र प्रतिपदा तिथि यानि सनातन नववर्ष के पहले दिन सृष्टि का आरंभ हुआ था और इसी दिन से काल गणना का क्रम भी शुरू हुआ था। प्राचीन भारतीय इतिहास की बात करें तो 1889 में इसी शुक्ल प्रतिपदा के दिन महान देशभक्त और संगठन-शिल्पी डॉ. केशव राव बलिराम हेडगेवार का जन्म हुआ था।

एक नई क्रांति का संचार

उन्होंने कहा कि नागपुर में एक साधारण परिवार में जन्मे बालक केशव राव को देखकर किसी ने ये नहीं सोचा होगा, कि वे आगे चलकर एक नई क्रांति का संचार करेंगे। डॉ. केशव राव बलिराम हेडगेवार ने नागपुर, यवतमाल और पुणे से प्राथमिक शिक्षा ग्रहण करने के बाद 1910 में कोलकाता के नेशनल मेडिकल कॉलेज में दाखिला लिया। वहां से 1914 में चिकित्सा में डिग्री लेने के बाद वे नागपुर वापस लौट आए। इस दौरान उनका संपर्क बंगाल के प्रमुख क्रांतिकारियों से हुआ। डॉ. हेडगेवार ने कभी भी पेशेवर डॉक्टर के रूप में कार्य नहीं किया।

वे देश की स्वतंत्रता और सेवा हित में चलाए जाने वाले कार्यक्रमों से जुड़ते गए। इस अवसर पर पूर्व मंडल अध्यक्ष बाबूलाल स्वामी, मंडल अध्यक्ष धनराज यादव, विजय अरोड़ा, धर्मेंद्र अरोड़ा, अशोक तिगड़ी, भूपेंद्र तिगड़ी, नवीन शर्मा, गुलशन, जोगेन्द्र, सहित अनेक भाजपा के कार्यकर्ताओं ने भी डॉ हेडगेवार जी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

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