- स्वास्थ्य गुणवत्ता मानकों के अनुरूप मिली सेवाएं व सुविधाएं, विभाग में खुशी
- एनक्यूएएस सर्टिफाइड होने से होगा स्वास्थ्य सेवाओं व सुविधाओं में विस्तार
(Bhiwani News) लोहारू। सिविल सर्जन डा. रघुबीर सिंह शांडिल्य के मार्गदर्शन में जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य संस्थाओं में मरीजों के हित में प्रदान की जा रही सुविधाओं, चिकित्सा सेवाओं व बेहतर प्रबंधन के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे है। लोहारू के सोहासड़ा व ढिग़ावा स्थित आयुष्मान आरोग्य प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के नेशनल हेल्थ सिस्टम रिसॉर्स सेंटर द्वारा राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) के अनुरूप खरा उतरने पर एनक्यूएएस सर्टिफाइड किया गया है।
पीएचसी सोहासड़ा व ढिग़ावा को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) सर्टिफाइड होने पर स्वास्थ्य विभाग में खुशी का माहौल है। उल्लेखनीय है कि भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के नेशनल हेल्थ सिस्टम रिसॉर्स सेंटर द्वारा राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) के मापदंडों के निरीक्षण के लिए टीम द्वारा गत 8 नवंबर को ढिग़ावा व 18 नवंबर को सोहासड़ा पीएचसी का दौरा कर स्वास्थ्य केंद्रों में प्रदान की जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं सहित मुख्य 6 बिंदुओं का बारीकी से अवलोकन किया था।
सुविधाओं व सेवाओं की जांच के साथ-साथ मरीजों से भी बात कर उनका फीडबैक जाना
टीम द्वारा स्वास्थ्य केंद्रों की ओपीडी, प्रसूति विभाग, इंडोर, लैब, राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों के संचालन व सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा प्रदान की जा रही सुविधाओं व सेवाओं की जांच के साथ-साथ मरीजों से भी बात कर उनका फीडबैक जाना था। निरीक्षण व जांच रिपोर्ट के आधार पर पीएचसी ढिग़ावा को 88 प्रतिशत व पीएचसी सोहासड़ा को 86.32 प्रतिशत स्कोर के साथ राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) के अनुरूप सर्टिफाइड किया गया है।
ऐसे में अब पीएचसी ढिग़ावा व पीएचसी सोहासड़ा में मरीजों को और अधिक बेहतर सेवाएं व सुविधाएं प्रदान की जा सकेगी। ध्यान रहे कि स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं व सेवाओं मं गुणवत्ता सुधार के लिए राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक कार्यक्रम (एनक्यूएएस) शुरू किया गया है।
उद्देश्य मरीजों व आमजन में स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रति विश्वास जागृत कर सेवा के प्रति विश्वसनीयता पैदा करना
कार्यक्रम के तहत मंत्रालय द्वारा स्वास्थ्य सुविधा में सेवाएं प्रदान करने के लिए बुनियादी ढांचे, आवश्यक दवाएं व उपकरण, सुरक्षा यंत्रों, प्रशिक्षित स्टाफ की उपलब्धता सहित सभी सेवाओं का अवलोकन किया जाता है। इसका उद्देश्य मरीजों व आमजन में स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रति विश्वास जागृत कर सेवा के प्रति विश्वसनीयता पैदा करना है।
सोहासडा पीएचसी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. राहुल मिश्रा ने बताया कि सोहासडा पीएचसी को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) सर्टिफाइड किया गया है जो विभाग के लिए गर्व का विषय है।
अब तक भिवानी जिले की 9 पीएचसी एनक्यूएएस सर्टिफाईड
उन्होंने इसका श्रेय विभाग के उच्चाधिकारियों के कुशल मार्गदर्शन, केंद्र के स्टाफ सदस्यों को दिया है। सिविल सर्जन डा. रघुबीर सिंह शांडिल्य ने बताया कि सरकार व विभाग के निर्देशानुसार मरीजों को स्वास्थ्य संस्थाओं में बेहतर चिकित्सा सुविधाएं व सेवाएं मिले इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे है। अब तक भिवानी जिले की 9 पीएचसी एनक्यूएएस सर्टिफाईड हो चुकी है।
पीएचसी सोहासडा व पीएचसी ढिग़ावा को एनक्यूएएस सर्टिफाईड होने से यहां मरीजों को पहले से भी बेहतर सुविधाएं व व्यवस्थाएं मिलेगी तथा स्वास्थ्य केंद्र का भी प्रबंधन बेहतर तरीके से किया जा सकेगा। पीएचसी सोहासडा व पीएचसी ढिग़ावा को एनक्यूएएस सर्टिफाईड होने से विभाग को भी प्रोत्साहन मिलेगा तथा भविष्य में जिले की सभी सीएचसी व पीएचसी को भी एनक्यूएएस सर्टिफाइड करवाने का प्रयास है जिसकी प्रक्रिया चल रही है। विभाग द्वारा सभी स्वास्थ्य संस्थाओं में मरीजों के हित में और अधिक सेवाएं, सुविधाएं व व्यवस्था कायम की जाएगी।
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