- सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना कर रहे है नप कर्मचारी : संजय परमार
(Bhiwani News) भिवानी। नगर परिषद के कर्मचारियों द्वारा घायल जीव-जंतुओं को उठाने से इनकार किए जाने के विरोध में सोमवार को गौरक्षा दल भिवानी के सदस्यों ने प्रधान संजय परमार के नेतृत्व भिवानी के विधायक घनश्याम सर्राफ के आवास के समक्ष धरना दिया था 10 गौसेवक क्रमिक अनशन पर बैठे। क्रमिक अनशन पर रोजाना 10 गौसेवक बैठेंगे। धरने के पहले दिन सोमवार को बलदेव, सुल्तान सैनी, आकाश भाटी, सचिन सैनी, हितेश, अभी ठाकुर, करण, देव, कृष्ण नंदन, संजय परमार क्रमिक अनशन पर बैठे।
गौरक्षा दल भिवानी के प्रधान संजय परमार ने बताया कि शहर में घायल व बीमार गाय व अन्य जानवरों की सेवा के लिए गौरक्षा दल भिवानी की मांग पर सांसद ने नगर परिषद को वर्ष 2019 में एक एंबुलेंस भेंट की थी, जिसे अब पिछले दो वर्षो से गौरक्षा दल भिवानी के सहयोग से नगर परिषद द्वारा संचालित किया जा रहा है। लेकिन 10 दिन पहले अज्ञात कारणों से नगर परिषद ने वह एंबुलेंस वापस ले ली।
नगर परिषद द्वारा कोई सहायता नहीं की जा रही
अब शहर में जो भी बेजुबान जीवों के घायल होने की सूचना आती है तो उसको उठाने से भी नगर परिषद के अधिकारी मना कर रहे है। परमार ने बताया कि शहर में बेसहारा नंदी को पकड़ने, बंदरों को पकड़ने, आवारा कुत्तों के रेबीज का वैक्सीनेशन का ठेका जब नगर परिषद छोड़ती है तो घायल या बीमार गाय व अन्य जानवरों के उपचार की जिम्मेवारी भी नगर परिषद की बनती है, लेकिन गौरक्षा दल भिवानी नगर परिषद के कार्य को अपने स्तर पर करती है।
लेकिन इसके बावजूद भी नगर परिषद द्वारा कोई सहायता नहीं की जा रही तथा ड्यूटी के प्रति इस उदासीनता के चलते कई घायल व बीमार गाय व अन्य जानवरों की जान जा चुकी है। संजय परमार ने कहा कि पशु क्रूरता अधिनियम 1960 की धारा 3 का पालन ना होने पर सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना है।
उन्होंने मांग करते हुए कहा कि अपनी ड्यूटी के प्रति लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए तथा घायल व बीमार गाय व अन्य जानवरों के लिए चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाने की उचित व्यवस्था की जाए।
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