- चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय ने सीआरएसयू जींद को हराकर जीती ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी महिला हैंडबॉल चैंपियनशिप
- खेल प्रतियोगिताएँ प्रतिभाओं को निखारने और उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में सहायक होती हैं : प्रो दीप्ति धर्माणी
(Bhiwani News) भिवानी। चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय (सीबीएलयू) ने खेल जगत में एक और गौरवशाली उपलब्धि दर्ज कराते हुए ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी महिला हैंडबॉल चैंपियनशिप में विजेता का खिताब अपने नाम किया। चार दिवसीय इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में सीआरएसयू जींद ने द्वितीय स्थान तथा लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, फगवाड़ा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। समारोह की अध्यक्षता कुलपति प्रो. दीप्ति धर्माणी ने की।
हार भी उतनी ही महत्वपूर्ण होती है, जितनी कि जीत
उन्होंने कहा कि खेल में हार-जीत का सिलसिला चलता रहता है, लेकिन असफलता से हताश होने की बजाय उसे आत्मविश्वास के साथ सीखने के अवसर के रूप में अपनाना चाहिए। हार भी उतनी ही महत्वपूर्ण होती है, जितनी कि जीत, क्योंकि यही हार हमें मजबूत बनाती है और हमें अपने लक्ष्य के और करीब ले जाती है।
उन्होंने विजयी खिलाडय़िों को बधाई देते हुए कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएँ खेल प्रतिभाओं को निखारने और उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में सहायक होती हैं। उन्होंने कहा कि 2036 के ओलंपिक में भारत का परचम लहराना हमारा लक्ष्य है, जिसमें प्रदेश के खिलाडय़िों को कम से कम 36 पदक और विशेष रूप से बेटियों को 18 पदक जीतने का संकल्प लेना चाहिए।\
खेल और शिक्षा को साथ लेकर चलना ही असली सफलता की कुंजी
मुख्य अतिथि के रूप में हरियाणा खेल विश्वविद्यालय के कुलपति एवं उत्तराखंड के पूर्व डीजीपी अशोक कुमार ने आयोजन समिति एवं विश्वविद्यालय प्रशासन को सफल आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा कि खेल और शिक्षा को साथ लेकर चलना ही असली सफलता की कुंजी है। सही दृष्टिकोण और अनुशासन के साथ कोई भी छात्र-खिलाड़ी दोनों क्षेत्रों में सफलता प्राप्त कर सकता है। उन्होंने अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए बताया कि वे भी कभी इस द्वंद्व से गुजरे थे कि खेल और शिक्षा में संतुलन कैसे बनाया जाए।
उन्होंने खिलाडय़िों से 2036 के ओलंपिक खेलों में 70 पदक भारत के नाम करने और हरियाणा को 36 पदक दिलाने का लक्ष्य लेकर चलने की प्रेरणा दी। इस अवसर पर सुप्रसिद्ध खिलाड़ी परविंदर सिंह ने भी अपने अनुभव साझा किए और खिलाडय़िों को मेहनत, अनुशासन और आत्मविश्वास के साथ आगे बढऩे की प्रेरणा दी। समारोह में डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. सुरेश मलिक ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।
उन्होंने कुलपति प्रो दीप्ति धर्माणी के कुशल नेतृत्व एवं कुलसचिव डॉ भावना शर्मा की देखरेख में विश्वविद्यालय के खेल विभाग द्वारा संचालित विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी दी। विश्वविद्यालय स्पोर्ट्स काउंसिल के अध्यक्ष डॉ. मीतेश शर्मा ने सभी प्रतिभागी खिलाडय़िों और उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों का आभार व्यक्त किया। प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले में विजयी रही चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय की टीम को भव्य पुरस्कारों से नवाजा गया। सीआरएसयू जींद की टीम द्वितीय तथा लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, फगवाड़ा की टीम तृतीय स्थान पर रही।
मुख्य अतिथियों ने विजेता और उपविजेता टीमों को मेडल एवं ट्रॉफी प्रदान कर सम्मानित किया। इसके अतिरिक्त, प्रेमनगर के सरपंच राजेश कुमार ने विजेता टीमों को 2,121-2,121 रुपये का नकद पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया, वहीं प्रेमनगर निवासी जोगेंद्र बुरा ने सांस्कृतिक प्रस्तुति देने वाले विद्यार्थियों को 1,100 का पुरस्कार भेंट कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के खेल निदेशक डॉ. बीरेंद्र हुड्डा, स्पोर्ट्स काउंसिल के उपाध्यक्ष डॉ. वजीर सिंह, डॉ. शमशेर सिंह अहलावत, डॉ. लखा सिंह, डॉ. गीता, डॉ. अनुराग, डॉ. मंजीत सहित अनेक अधिकारी, प्रशिक्षक एवं खिलाड़ी उपस्थित रहे।
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