Bhiwani News : सबका संविधान-सबका स्वाभिमान थीम के साथ गरिमामय ढंग से सीबीएलयू में मनाया संविधान दिवस समारोह

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Constitution Day was celebrated in a dignified manner at CBLU with the theme 'Sabka Samvidhan - Sabka Swabhiman'
दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत करती कैबिनेट मंत्री श्रुति चौधरी व अन्य अतिथिगण।
  • भिवानी में सिंचाई एवं जल संसाधन तथा महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रुति चौधरी ने किया समारोह का शुभारंभ
  • विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर प्रोफेसर प्रोफेसर दीप्ति धर्माणी ने किया अतिथियों का स्वागत
  •  संविधान की उद्देशिका को प्रदर्शित करती प्रदर्शनी का किया अवलोकन

(Bhiwani News) भिवानी। हरियाणा सरकार में सिंचाई एवं जल संसाधन तथा महिला एवं बाल विकास विभाग की कैबिनेट मंत्री श्रुति चौधरी ने कहा कि देश का संविधान हमें अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करने के साथ ही अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने का मार्ग प्रशस्त करता है। जो कि केंद्र व प्रदेश सरकार संविधान की उद्देशिका के अनुरूप आमजन को सरकार की योजनाओं से लाभान्वित करने में अपना दायित्व निभा रही हैं। कैबिनेट मंत्री श्रुति चौधरी ने मंगलवार को चौ. बंसीलाल विश्वविद्यालय सभागार में जिला प्रशासन की ओर से देश में संविधान को अंगीकृत करते हुए 75 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित संविधान दिवस समारोह में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए यह बात कही।

समारोह में भिवानी के विधायक घनश्याम सर्राफ और बवानीखेड़ा के विधायक कपूर सिंह वाल्मीकि विशिष्ट अतिथि रहे। डीसी महावीर कौशिक ने अतिथिगण का स्वागत करते हुए समारोह की रूपरेखा से अवगत कराया। वहीं विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर प्रोफेसर दिप्ती धर्माणी ने अतिथि गण का तहेदिल से शुक्रिया अदा किया। दीप प्रज्ज्वलन के साथ सबका संविधान- सबका स्वाभिमान थीम पर केंद्रित संविधान दिवस समारोह का विधिवत रूप से शुभारंभ हुआ।

संविधान की प्रस्तावना देती है हमें सकारात्मक सार्थक संदेश

कैबिनेट मंत्री श्रुति चौधरी ने विश्वविद्यालय की युवा शक्ति को संबोधित करते हुए कहा कि संविधान की प्रस्तावना हमें समाज के प्रति अपने अधिकारों की जानकारी का ज्ञान कराने के साथ ही सशक्त नागरिक के रूप में निभाई जाने वाली भूमिका के उद्देश्य से अवगत कराते हुए सार्थक संदेश देती है। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी को संविधान के बारे में विस्तार से जानकारी देने के लिए इस प्रकार के आयोजन महत्ती भूमिका निभाते हैं। जीवन को किस तरीके से समाज में यापन किया जाए वह सभी प्रकार के माध्यम संविधान में निहित हैं।

मोदी सरकार में महिलाओं की सुरक्षा पर फोकस रखते हुए महिला आरक्षण बिल को पारित किया

उन्होंने कहा कि संविधान के गठन के साथ ही बदलते परिवेश में 127 संशोधन किए गए हैं और उनमें से अधिकांश संशोधन देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में साल 2014 के बाद हुए हैं। उन्होंने बताया कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में कदम बढ़ाते हुए मोदी सरकार में महिलाओं की सुरक्षा पर फोकस रखते हुए महिला आरक्षण बिल को पारित किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार संविधान की प्रस्तावना के अनुरूप समाज के अंतिम व्यक्ति तक को योजना से जोड़ते हुए सुखद समाज की संरचना करने में अपना दायित्व निष्ठा पूर्वक निभा रही है। संविधान दिवस समारोह में भिवानी से विधायक घनश्याम सर्राफ ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार युवा समाज को नई सकारात्मक दिशा देने के लिए इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन करते हुए लाभान्वित कर रहा है। उन्होंने कहा कि संविधान की प्रस्तावना में जो शब्द हम भारत के लोग लिखे गए हैं वे इस बात का प्रतीक हैं कि वास्तविक स्रोत समाज के प्रबुद्ध व्यक्ति ही हैं।

यह हमारे लिए समानता, स्वतंत्रता व भाईचारे का संदेश देता है। साथ ही हमारी एकता हमारी पहचान का आधार है। वहीं विधायक कपूर सिंह बाल्मीकि ने अपने संदेश में कहा कि संविधान ने हमें मौलिक कर्तव्यों की भी शिक्षा दी है। यह कर्तव्य हमें अपने राष्ट्र की एकता व अखंडता को बनाए रखने, पर्यावरण की रक्षा करना, हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का सम्मान करने की जिम्मेदारी भी सौंपता है। चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा के पूर्व वाइस चांसलर प्रोफेसर विजय के कायत ने मुख्य वक्ता के रूप भारतीय संविधान के निर्माण में अहम् योगदान देने वाले महान लोगों के बारे विस्तार पूर्वक संविधान निर्माण की भागीदारी करने की जानकारी दी।

 

 

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