- सबसे तेज हॉफ मैराथन में रिकॉर्ड तोडक़र दूसरी बार एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में कराया नाम दर्ज
- परिजनों व खेलप्रेमियों में खुशी की लहर, बेटी लावण्या की उपलब्धि पर बांटी मिठाइयां
(Bhiwani News) भिवानी। मिनी क्यूबा व छोटी काशी के नाम से प्रसिद्ध भिवानी जिला के खिलाड़ी अब मुक्केबाजी ही नहीं बल्कि अन्य गेम्स में भी खेल नगरी भिवानी जिला का नाम रोशन कर रहे हैं। इसी कड़ी में भिवानी की एथलीट लावण्या ने एक बार फिर से सबसे तेज हाफ मैराथन में अपने भाई व खुद का ही हाईएस्ट रिकॉर्ड तोडक़र, दूसरी बार एशिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवाकर, खेल नगरी का सर ऊंचा किया है।
11 वर्ष की एथलीट बेटी लावण्या ने खेल के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित किया
बता दें कि महज 11 वर्ष की एथलीट बेटी लावण्या ने खेल के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। लावण्या ने एशिया की सबसे तेज हॉफ मैराथन 21.1 किमी की नॉन स्टॉप दूरी फुटबॉल ग्राउंड में 2 घंटे 3 मिनट में पूरी करके एशिया बुक आफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करवाया है। वहीं इससे पहले भी लावण्या व उसके भाई हार्दिक ने यहीं मैराथन 2 घंटे 4 मिनट 18 सेकंड में पूरी की थी। जिसके चलते इंडिया व एशिया बुक रिकॉर्ड में नाम दर्ज था, लेकिन अब लावण्या ने यही दूरी 2 घंटे 3 मिनट में पूरी की है।
खेल प्रेमियों ने सर आंखों पर बैठाया व परिजनों में खुशी की लहर
लावण्या के पिता राजेश तंवर ने बताया कि जिस निजी स्कूल में उनकी बेटी पढ़ती है, उस स्कूल के फुटबॉल ग्राउंड से इस मैराथन को लाइव यूट्यूब से शेयर किया तथा एशिया बुक ने वेरीफाई करके एशिया बुक में फिर से नाम दर्ज किया है। इसके साथ ही मेडल व प्रशस्ति पत्र भी दिया है।
जिससे उन्हें बेटी की उपलब्धि पर खुशी है, वे दोनों भाई बहनों को खेल के ग्राउंड में अथक प्रयास करवाते हैं। वहीं लावण्या की इस उपलब्धि पर खेल प्रेमियों ने सर आंखों पर बैठाया व परिजनों में खुशी की लहर है। खिलाड़ी लावण्या ने इस उपलब्धि का श्रेय अपने माता पिता, भाई और गुरुजनों को दिया है तथा मिठाइयां बांटकर खुशी का इजहार किया है।
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