- देश के विभिन्न राज्यों में परिजन बनाकर, सेक्सटॉर्शन, एडवर्टाइजमेंट के नाम पर लोगों से करते थे ठगी
- आरोपियों पर हरियाणा सहित विभिन्न राज्यों में 44 मामले है दर्ज, 58 लाख का किया फ्रॉड : डीएसपी
(Bhiwani News) भिवानी। भिवानी पुलिस द्वारा साइबर क्राइम पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से विशेष अभियान चलाया हुआ है। जिसके तहत साइबर क्राइम को अंजाम देने वाले आरोपियों की धरपकड़ भी तेजी से की जा रही है, ताकि लोगों को धोखाधड़ी का शिकार होने से बचाया जा सकें। इसी कड़ी में अब भिवानी साईबर क्राईम थाना पुलिस ने धोखाधड़ी करने के लिए धोखे से बैंक खाता खुलवा कर उनसे धोखाधड़ी के मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
खातों को साइबर क्राइम इलाकों में सप्लाई करने और अन्य वित्तीय जानकारी का दुरुपयोग करते थे
आरोपियों की पहचान खरक कला निवासी रोनिक, पालुवास निवासी खेशर उर्फ धोनी, राजस्थान के डीग जिला के थलचना निवासी नसीम व राजस्थान के डीग जिला के थाल्छन निवासी शाहरूख के रूप में हुई है। भिवानी के उप पुलिस अधीक्षक अनुप कुमार ने बताया कि भिवानी साईबर क्राईम पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए चारों आरोपी भोले भाले नागरिकों को धोखा देकर उनके बैंक खाता खुलवा कर उन खातों को साइबर क्राइम इलाकों में सप्लाई करने और अन्य वित्तीय जानकारी का दुरुपयोग करते थे। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपियों के द्वारा खुलवाए गए बैंक खातों की जांच करने पर पाया गया है कि उक्त बैंक खातों पर भारत के अलग-अलग राज्यों में 44 शिकायत दर्ज है, जिनमें कुल 58 लाख रुपए का फ्रॉड किया गया है।
आरोपी को 2 दिन के पुलिस रिमांड पर हासिल किया गया
डीएसपी ने बताया कि आरोपियों से 6 मोबाइल फोन, 4 हजार रुपये नगद, 20 बैंक खातों की पासबुक, 10 बैंक खातों की चेकबुक, 13 सिम कार्ड, 12 एटीएम कार्ड, 10 खाली एटीएम कार्ड को बरामद किया गया है। उन्होंने बताया कि चारों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया था, जहां से आरोपी शेखर व रोनिक को जिला कारागार भेजने के आदेश दिए है तथा आरोपी नसीम व शाहरुख को 2 दिन के पुलिस रिमांड पर हासिल किया गया है।
डीएसपी अनुप कुमार ने साइबर अपराध के बढ़ते खतरों को देखते हुए आमजन से सावधानियां बरतने की अपील करते हुए कहा कि बैंक खाता खोलने या साझा करने में सतर्क रहें। किसी भी अजनबी व्यक्ति के कहने पर बैंक खाता ना खोले अपने बैंक संबंधी जानकारी जैसी एटीएम कार्ड, पासबुक,चेक बुक और सिम कार्ड किसी अन्य को न दें। नौकरी, लोन या सरकारी योजनाओं का लाभ देने के झांसे में न आए किसी अज्ञात सूत्र से आने वाली कॉल या मैसेज को बिना जांचे विश्वास ना करें।
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