- बारिश के मौसम में कीचड़ में खड़े रहने से नंदीशाला में गौवंश के पैरों में बने घाव : डा. रविंद्र सहरावत
(Bhiwani News) भिवानी। बीते दिनों बारिश के मौसम में बनने वाले कीचड़ में खड़े रहने से गौवंश के पैर में घाव बन जाते है, जिसके चलते पशुओं को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में पशुओं को घाव के दर्द से बचाने के लिए पशुपालन एवं डेयरिंग विभाग द्वारा एक विशेष टीम का गठन किया गया।
जिसके तहत पशुओं के उपचार के लिए दो पशु चिकित्सकों डा. विजय सनसनवाल व डा. आशीष कुमार के नेतृत्व में 21 सदस्यीय टीम का गठन किया गया था, जिनके द्वारा नंदीशाला में जाकर गौवंश का उपचार किया जा रहा है। इसी कड़ी में पशुपालन एवं डेयरिंग विभाग ने स्थानीय नंदीशाला में नंदियों के पैरों का उपचार किया।
इस बारे में पशुपालन विभाग के उप निदेशक डा. रविंद्र सहरावत ने बताया कि जैसे ही उनके संज्ञान में आया कि गौवंश के पैरों में घाव बन गए है तो उन्होंने तुरंत कार्रवाई करते हुए विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी लगाकर पशुओं का उपचार सुनिश्चित किया। उपमंडल अधिकारी डा. अशोक गुप्ता ने भी आज पशुओं के उपचार व प्रबंधन का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि बारिश के दिनों में कीचड़ बन गया था और उसमें खड़े रहने की वजह से गौवंश के पैरों में घाव बन गए थे, जिनका उपचार किया जा रहा है।
इस अभियान के तहत स्थानीय पतराम गेट स्थित गौशाला का भी निरीक्षण कर उसमें भी सफाई व्यवस्था के लिए प्रबंधकों को बोला गया। पशु चिकित्सक डा. विजय सनसनवाल ने बताया कि पशुओं का पूर्णतया ठीक होने तक उपचार किया जाएगा और प्रबंधन को भी लिखा जाएगा कि वे स्टाफ बढ़ाए और सफाई की व्यवस्था पूरी करें। उन्होंने बताया कि नंदीशाला में एलएसडी, मुंहखुर, गलघोटू के टीकाकरण का कार्य सुचारू रूप से से किया जा चुका है। प्रबंधन ने उन्हे आश्वस्त किया है कि वे नगर परिषद से बात करके कर्मचारियों की संख्या बढ़ाएंगे।
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