(Bhiwani News) भिवानी। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भिवानी के निर्देशानुसार स्थानीय वैश्य महाविद्यालय की कानूनी साक्षरता सेल द्वारा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. संजय गोयल के नेतृत्व एवं महाविद्यालय की कानूनी साक्षरता सेल के संयोजक डॉ. रतन सिंह की देखरेख में स्थाई लोक अदालत विषय पर एक विस्तार व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बतौर मुख्य वक्ता प्रोफेसर रतन सिंह ने स्थाई लोक अदालत का गठन, उद्देश्य एवं महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला।
अदालतों का मुख्य उद्देश्य आम जनता को त्वरित, सुलभ और नि:शुल्क न्याय प्रदान करना
उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि स्थाई लोक अदालत भारतीय न्यायिक व्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इन अदालतों का मुख्य उद्देश्य आम जनता को त्वरित, सुलभ और नि:शुल्क न्याय प्रदान करना है। जन उपयोगी सेवाओं से संबंधित मामले इन अदालतों में सुने जाते है और दोनों पक्षों के सुलह समझौते के आधार पर विवादों का निपटारा किया जाता है।
इसका निर्णय सिविल कोर्ट की तरह दोनों पक्षों पर बाध्यकारी होते हैं और इन निर्णयों पर किसी प्रकार की अपील नहीं की जा सकती। प्राचार्य डा. संजय कुमार गोयल ने उपस्थित विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि देश के प्रत्येक नागरिक को कानूनों की जानकारी होना अति आवश्यक है।
इस अवसर पर डॉ. अंजू राजन, डॉ. अनिल तंवर, डॉ. पूनम वर्मा, डॉ. कृष्ण कुमार, डॉ. अनिल शर्मा, डा. मनीष कुमार, डॉ. इंदु, मनोज शर्मा, सतीश बंसल सहित महाविद्यालय के विद्यार्थी उपस्थित रहे।
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