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हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड की 10वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में एक बार फिर लड़कियों ने परचम फहरा दिया है। हरियाणा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. जगबीर सिंह ने शुक्रवार दोपहर को परिणाम घोषित किया। 10वीं की परीक्षा में भिवानी की अमीषा 499 नंबरों के साथ अव्वल रही। नियमित परीक्षार्थियों का परीक्षा परिणाम 73.18 फीसद रहा जबकि स्वयंपाठी परीक्षार्थियों का परिणाम 92.96 फीसद। इस परीक्षा परिणाम में 76.26 प्रतिशत कामयाब छात्राओं की तुलना 70.56 प्रतिशत छात्र ही सफलता प्राप्त कर सके।
चरखी दादरी, जींद और कैथल द्वितीय
चरखी दादरी की सुनैना, जींद की खुशी और कैथल की मंजू ने 497 अंक प्राप्त कर द्वितीय स्थान हासिल किया। सोनीपत की सुहानी, हिसार की रीना, हिसार का लवकुश, हिमांशी और भिवानी की हिमानी 496 अंकों के साथ तृतीय रहे। डा. जगबीर सिंह ने बताया कि दसवीं की परीक्षा में 3 लाख 26 हजार 487 परीक्षार्थी बैठे थे। इनमें से 2 लाख 38 हजार 932 बच्चे पास हुए हैं। परीक्षा में 1 लाख 76 हजार 168 लड़कों में से 1 लाख 24 हजार 303 पास हुए हैं। इसी प्रकार 1 लाख 50 हजार 319 छात्राओं में से 1 लाख 14 हजार 629 पास हुई।
12वीं में भी बेटियों ने मारी थी बाजी
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने बुधवार को अपने 56 साल के इतिहास में 12वीं का सबसे बेहतर परिणाम घोषित किया था। इस परिणाम में नियमित परीक्षार्थियों का परीक्षा परिणाम जहां 87.08 फीसदी रहा, वहीं 73.28 प्रतिशत स्वयंपाठी परीक्षार्थियों ने सफलता का आसमान चूमा। इससे पहले 2020 में 80.34 फीसदी नियमित परीक्षार्थी पास हुए थे। खास बात यह कि परीक्षा परिणाम में बेटियों ने एक बार फिर बाजी मारी थी। इस बार 90.51 फीसदी बेटियां सफल रहीं, जबकि 83.96 फीसदी लड़के पास हुए हैं। यहां तक कि टॉपर्स में भी बेटियों का दबदबा रहा और पहले पांच पायदान पर बेटियां ही हैं।
अमीषा ने दसवीं में फर्स्ट आने का श्रेय माता-पिता को दिया
ईशरवाल पब्लिक स्कूल की छात्रा अमीषा हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की दसवीं कक्षा में प्रदेश में अव्वल रही है। गांव मंढान निवासी अमीषा परीक्षा परिणाम से अभिभूत हैं और वे इसका श्रेय माता-पिता और अध्यापकों को दे रही हैं। अमीषा का कहना है कि माता -पिता और अध्यापकों ने हमेशा उनको मोटिवेट किया और उसी का यह परिणाम है। भविष्य के बारे में पूछने पर अमीषा ने बताया कि वह कम्प्यूटर साइंस में इंजीनियर बनना चाहती हैं।
कंप्यूटर साइंस इंजीनियर बनना उनका लक्ष्य है और इस क्षेत्र में बहुत ऊंचे मुकाम तक वह जाना चाहती हैं। कंप्यूटर साइंस से इंजीनियरिंग करने की वजह पूछे जाने पर उन्होंने कहा की यह एक ऐसा क्षेत्र है इसमें सोचने की क्षमता बढ़ती है और इसलिए यह फील्ड पसंद है। अमीषा ने अन्य छात्र छात्राओं को अपने संदेश में कहा कि जितना भी पढ़ो, उतना ध्यान लगाकर पढ़ो। पढ़ाई में कभी भी दबाव में न आएं। ध्यान लगाकर पढ़ेंगे तो परिणाम सकारात्मक ही होंगे।
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