(Bhiwani News) भिवानी। मराठा साम्राज्य की प्रसिद्ध महारानी अहिल्याबाई की त्री शताब्दी समारोह के तहत सामाजिक समरसता मंच द्वारा स्थानीय हनुमान गेट स्थित भारत शिक्षा सदन में श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर उपस्थित सभी लोगों ने माता अहित्याबाई के चित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया।
महारानी अहिल्याबाई के त्री शताब्दी समारोह के तहत चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया नमन
कार्यक्रम में सामाजिक समरसता मंच भिवानी के संयोजक प्रेमनाथ कौशिक, प्रधानाचार्य कमला देवी सहित मंच के सदस्य बृजमोहन कौशिक, अधिवक्ता केंद्रमनी, अध्यापक राजेश शर्मा, राधा, पुष्पा गुप्ता, सुशीला आर्य, सरोज रहेजा, अनीता शास्त्री ने उपस्थित अनेक लोगों को माता अहिल्याबाई होलकर की जीवन आदर्श से अवगत करवाया। वक्ताओं ने कहा कि अहिल्याबाई होलकर ने राज्य और वहां के लोगों के हित में ही कार्य किया। उन्होंने सभी जीवों को एक समान समझा तथा एक गाय को न्याय दिलाने के लिए अपने पुत्र तक को सजा देने से नहीं चूकी। वक्ताओं ने कहा कि अहिल्याबाई ऐसी महारानी थी, जो कि अपने जीवन काल में ऊंच-नीच के भेद को खत्म करने के लिए कार्य करती रही तथा समाज में समानता लाना ही उनका मुख्य उद्देश्य रहा। उन्होंने कहा कि माता अहिल्याबाई शिव भक्त थी तथा मुगल शासकों द्वारा उजाड़े गए तीर्थ स्थलों को उन्होंने फिर से आबाद करवाया। इसके अलावा उन्होंने देश के 100 से अधिक स्थानों पर तीर्थ स्थलों पर धर्मशाला, जल संरचना आदि का निर्माण कराया। इतना ही नहीं काशी विश्वनाथ और सोमनाथ मंदिर का पुनरुद्धार भी कराया। उन्होंने कहा कि माता अहिल्याबाई एक कुशल शासक थी, जिसने नारी सशक्तिकरण की मिसाल बनते हुए दिखा दिया कि एक शासक प्रेम और समर्पण की मिसाल भी बन सकता है।