भिवानी: हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने 12वीं का परिणाम घाेषित

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पवन शर्मा, भिवानी:
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा सीनियर सैकेण्डरी (नियमित/कम्पार्टमैंट/स्वयंपाठी) परीक्षा मार्च-2021 का परिणाम घोषित किया गया है।  इस परीक्षा का परिणाम शत-प्रतिशत रहा है। किसी भी परीक्षार्थी को अनुतीर्ण व कम्पार्टमैंट नहीं किया गया है। परीक्षा परिणाम बोर्ड की अधिकारिक वैबसाईट www.bseh.org.in पर देखा जा सकता है।
इस परीक्षा परिणाम की घोषणा बोर्ड अध्यक्ष प्रो०(डॉ.) जगबीर सिंह ने इस अवसर पर बोर्ड उपाध्यक्ष वीपी यादव व सचिव राजीव प्रसाद भी उपस्थित रहे। अध्यक्ष ने बताया कि यह परीक्षा अप्रैल माह में आयोजित करवाई जानी थी, लेकिन कोविड-19 कोरोना महामारी के चलते यह परीक्षा आयोजित नहीं करवाई जा सकी और शिक्षा विभाग, हरियाणा सरकार के निर्देशानुसार ये परीक्षाएं रद्द कर दी गई थी।
उन्होंने आगे बताया कि सीनियर सैकेण्डरी (नियमित) परीक्षार्थियों का परिणाम के लिए 30:10:60 का फार्मूला निर्धारित किया गया है, जिसमें 30 प्रतिशत अंक 10वीं कक्षा के 10 प्रतिशत अंक 11वीं कक्षा के तथा 60प्रतिशत अंक विद्यालयों द्वारा दिए जाने वाले आन्तरिक अंको के आधार पर परिणाम तैयार किया गया है तथा कम्पार्टमंैट परीक्षार्थियों का परिणाम परीक्षार्थी द्वारा प्राप्त अन्य उत्तीर्ण विषयों के अंको का औसत निकालते हुए कम्पार्टमैंट के अंक मानकर घोषित किया गया है। उन्होंने बताया कि परीक्षा परिणाम में कोई गलती ना हो, इसलिए विद्यालयों द्वारा अपलोड किए गए अंको को जिलावार दो-दो बार जाँच कर निर्धारित फार्मूला अनुसार परिणाम तैयार किया गया है।
उन्होंने बताया कि सीनियर सैकेण्डरी (नियमित) परीक्षा के कुल 2,27,585 परीक्षार्थियों में से 2,21,263 परीक्षार्थियों का परिणाम घोषित किया गया है, जिसमें 1,14,416 छात्र एवं 1,06,847 छात्राएं शामिल हैं। स्वयंपाठी  परीक्षा के कुल 5,605 परीक्षार्थियों का परिणाम घोषित किया गया है,  जिसमें 3,893 छात्र एवं 1,782 छात्राएं शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि लगभग 1,338 परीक्षार्थियों का परिणाम प्रमाण-पत्र में अंक स्पष्ट न होने के कारण परिणाम आर.एल.ई. घोषित किया गया हेै। छात्र हित के मध्यनजर शेष विद्यालयी परीक्षार्थियों का परिणाम घोषित कर दिया गया है। ऐसे विद्यालयों को 15 दिनों का नोटिस जारी करते हुए लम्बित परिणाम का निर्णय/सत्यापन करवाने उपरान्त परिणाम जारी कर दिया जाएगा। यदि विद्यालय तीन माह के अन्दर  निर्णय/सत्यापन करवाने में असफल रहता है तो परीक्षार्थी का परिणाम रद्द कर दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि 3,376 परीक्षार्थियों का परिणाम 10वीं के प्रमाण-पत्र के अंक स्पष्ट न होने के कारण आर.एल.डी. घोषित किया गया है तथा शेष परीक्षार्थियों का परिणाम विद्यालय द्वारा नाम कटने के कारण रद्द कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि सीनियर सैकेण्डरी वार्षिक परीक्षा मार्च-2021 के लिए जिन परीक्षार्थियों द्वारा आंशिक विषय अंक सुधार/पूर्ण विषय अंक सुधार एवं अतिरिक्त विषय के लिए आवेदन किया गया था, ऐसे सभी परीक्षार्थियों को बोर्ड की आगामी परीक्षा में उन्हें उसी आवेदन के आधार पर बिना शुल्क के परीक्षा में प्रविष्ठ होने की अनुमति प्रदान की जायेगी। उन्होंने आगे बताया कि यदि कोई परीक्षार्थी घोषित हुए परिणाम से संतुष्ट नहीं है तो वह बोर्ड की आगामी परीक्षा में प्रविष्ठ हो सकता है।