भिवानी : टिकरी बार्डर के लिए किसानों के पैदल जत्थे को किया रवाना

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Bhiwani farmers
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पंकज सोनी, भिवानी :
कृषि कानूनों को लेकर सरकार व किसान अपनी बातों पर अड़े हुए है। न तो सरकार अन्नदाताओं की मांग मान रही है और ना ही किसान संघर्ष से पीछे हटने को तैयार है। वही दूसरी तरफ दिल्ली बार्डर पर चल रहे किसान आंदोलन को मजबूत बनाने के लिए युवा, महिलाएं व बुजुर्ग भी मैदान में उतर चुके है। इसी के तहत अब किसानों द्वारा पैदल जत्थे रवाना करने का दौर शुरू किया गया है, जो कि 11 अगस्त को टिकरी बार्डर पर पहुंचेंगे तथा किसान आंदोलन को ओर ज्यादा मजबूत बनाएंगे। इसी के तहत शनिवार को हिसार से रवाना हुआ किसानों का पैदल जत्था मुंढ़ाल पहुंचा तथा रविवार सुबहकिसान नेता जोगेंद्र तालु ने मुंढ़ाल से टिकरी बार्डर के लिए इस पैदल जत्थे को रवाना किया। इस मौके पर किसानों को संबोधित करते हुए किसान नेता जोगेंद्र तालु ने कहा कि सरकार द्वारा विभिन्न षडयंत्र रचकर किसानों को बदनाम करने व आंदोलन को खत्म करने की साजिश रचने के बावजूद भी किसानों के हौसल नहीं टूटे तथा किसानों का उत्साह दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, जिसके आगे सरकार को झुकना ही होगा। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि जब तक तीनों कृषि कानून रद्द नहीं हो जाते, कोई भी किसान घर वापिस नही जाएगा। इस दौरान किसान संघर्ष से पीछे भी नहीं हटेगा, चाहे उसे कोई भी कुबार्नी क्यो न देनी पड़े। वही उन्होंने कहा कि जब तक कृषि कानून रद्द नहीं हो जाते भाजपा-जजपा नेताओं का बहिष्कार भी जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि अब किसान आंदोलन में बुजुर्गो के साथ युवा व महिलाएं भी समर्थन में आ चुके है तथा प्रत्येक गांव पैदल जत्थे दिल्ली बार्डर पर धरने पर पहुंचकर किसान आंदोलन को मजबूत बना रहे हैं। इस अवस पर केडी अग्रोहा, महेंद्र श्योराण, पवन ढ़ाका, सुखबीर, कर्मबीर मुंढ़ाल, सुखबीर तालु, आनंद सिंघवा सहित अनेक मौजूद रहे।