भिवानी, 25 जुलाई : स्थानीय रोहतक रोड़ स्थित महाकालेश्वर मंदिर धाम में रविवार को गुरू पूर्णिमा का पर्व मनाया गया। इस मौके पर उपस्थित लोगों ने भगवान स्वरूप अपने गुरू महाकालेश्वर मंदिर धाम के संस्थापक श्रीश्री भोलाराम का आर्शीवाद पाया। इस मौके पर भंडारे एवं प्रसाद वितरण कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत कृषि मंत्री जेपी दलाल ने की तथा कार्यक्रम में विशेष तौर पर भाजपा जिला अध्यक्ष शंकर धूपड़ पहुंचे। इस दौरान श्रीश्री भोलाराम ने जिला अध्यक्ष शंकर धूपड़ को स्मृति चिह्न भेंट कर उन्हे आर्शीवाद दिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्रीश्री भोलाराम राम ने कहा कि भारतीय संस्कृति में गुरु को देवता तुल्य माना गया है। गुरु को हमेशा से ही ब्रह्मा, विष्णु और महेश के समान पूज्य माना गया है।
उन्होंने कहा कि गुरू को भगवान से भी बडा दर्जा दिया गया है। गुरु के बिना जीवन की कल्पना भी अधूरी है, इसीलिए कहते है गुरू बिन ज्ञान नहीं नही, ज्ञान बिन मुक्ति नहीं। इस मौके पर जिला अध्यक्ष शंकर धूपड़ व भाजपा के पर्यावरण संरक्षण विभाग के जिला प्रमुख अमित कौशिक ने कहा कि कहा कि गुरु शिष्य का ऐसा संबंध होता है, जैसे पिता पुत्र का। संसार में हर व्यक्ति को एक ज्ञान सामथ्र्यवान गुरु की आवश्यकता होती है तथा वही सामथ्र्यवान गुरु आपको अंधेरे से उजाले की तरफ ले जाता है। उन्होंने कहा कि गुरू के अभाव में समाज में अज्ञान का अंधेरा है। इस मौके पर महाकालेश्वर मंदिर धाम के संस्थापक श्रीश्री भोलाराम के पिताश्री श्री सत्यनारायण भी सबको आशिर्वाद देने के लिए विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस मौके पर गुरू जी के अनेक शिष्य मौजूद रहे तथा भंडारे मे अपनी सेवाएं दी।