आज समाज डिजिटल, भिवानी:
किसान- मजदूर हमेशा विपरीत परिस्थितियों से जूझने के आदि रहे हैं और इस आंदोलन में भी बहुत कुछ सहन करने को मजबूर हैं। यह बात किसान सभा दादरी के जिला प्रधान रणधीर कुंगड़ ने कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के धरने में कही। उन्होंने कहा को साढ़े सात महीने के आंदोलन में किसान-मजदूरों ने भयंकर सर्दी के बाद भीषण गर्मी की मार झेली अब बारिश का सामना करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि बढ़ती महंगाई और सरकार की बेरुखी से आंदोलनकारियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। आज तेज हवाओं के बीच आई बारिश के बाद भी किसानों का हौंसला कम नहीं हुआ और धरना बराबर जारी रहा।
किसान सभा तोशाम के प्रधान कर्ण सिंह ने कहा कि सरकार किसान- मजदूरों की प्रताड़ना करने पर जुटी है। किसान तानाशाही का मुंह तोड़ सबक सिखाएंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने सभी बड़े सार्वजनिक उपक्रमों को बेच दिया है जिससे बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। फौगाट खाप के सचिव सुरेश फौगाट ने कहा कि कुछ लोग सत्ता के लोभ में आंदोलन में फूट डालने का प्रयास कर रहे हैं इसे सहन नहीं किया जाएगा। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर कितलाना टोल पर धरने के 202वें दिन खाप सांगवान चालीस के सचिव नरसिंह डीपीई, श्योराण खाप के प्रधान बिजेंद्र बेरला, फौगाट खाप के सचिव सुरेश फौगाट किसान सभा के ईश्वर दातोली, चौगामा खाप के मीरसिंह नीमड़ीवाली, प्रेम शर्मा, संतरा डोहकी ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर को अपने निंदनीय आचरण के लिए तुरंत सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
ये लोग रहे मौजूद:
इस अवसर पर सुरजभान सांगवान, आजाद सिंह अटेला, सुरेंद्र कुब्जा नगर, राजू मान, सुशील धानक, नत्थूराम फौगाट, प्रोफेसर जगमिंद्र सांगवान, सूबेदार सतबीर सिंह, पूर्व सरपंच समुन्द्र सिंह, सत्यवान कालुवाला, पूर्व सरपंच लवली, बलबीर सिंह डोहकी, जगदीश हुई, प्रेम सांगवान, सुल्तान खान, सुरेश डोहकी, ओम नंबरदार, संजय मानकावास, कंवरसेन चंदेनी इत्यादि मौजूद थे।
ये लोग रहे मौजूद:
इस अवसर पर सुरजभान सांगवान, आजाद सिंह अटेला, सुरेंद्र कुब्जा नगर, राजू मान, सुशील धानक, नत्थूराम फौगाट, प्रोफेसर जगमिंद्र सांगवान, सूबेदार सतबीर सिंह, पूर्व सरपंच समुन्द्र सिंह, सत्यवान कालुवाला, पूर्व सरपंच लवली, बलबीर सिंह डोहकी, जगदीश हुई, प्रेम सांगवान, सुल्तान खान, सुरेश डोहकी, ओम नंबरदार, संजय मानकावास, कंवरसेन चंदेनी इत्यादि मौजूद थे।