भिवानी : धरा पर मानव जीवन बनाए रखने के लिए पर्यावरण संरक्षण है अनिवार्य :  प्रो. राजकुमार मित्तल

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Plantation in Van Mahotsav program
Plantation in Van Mahotsav program

पवन शर्मा, भिवानी :

प्रकृति का जब संतुलन बिगड़ता है तो प्राकृतिक आपदायें और त्रासदियां आती हैं। धरा पर मानव जीवन को बनाए रखने के लिए पर्यावरण संरक्षण अनिवार्य है। ये विचार कुलपति प्रो. राजकुमार मित्तल ने विश्वविद्यालय के 8वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित वन महोत्सव कार्यक्रम में पौधारोपण करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि कोरोना ने हमें बहुत कुछ सिखाते हुए प्रकृति से निकटता बनाने का संदेश दिया है। हम अधिक से अधिक पेड़ लगाकर पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचा सकते हैं। हमें संसाधनों का सदुपयोग कर अपने जीवन को संयमित करना चाहिए। विश्वविद्यालय हरा भरा हो इसी उद्देश्य को ध्यान में रख पौधारोपण कर वन महोत्सव मनाया गया है। इस अवसर पर एसडीएम संदीप अग्रवाल ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है। पेड़ लगाने से कहीं अधिक महत्वपूर्ण पेड़ को बचाना है उसे जीवित रखना है। पेड़ की देख रेख बच्चे की तरह करनी पड़ती तब वह बचता है। उन्होंने कहा कि हमें अधिक से अधिक पेड़ लगाकर प्रकृति से मैत्रीपूर्ण संबंध रखने होंगे नहीं तो धरा पर मानव जीवन संकट में पड़ जायेगा।

जिला वन अधिकारी विपिन कुमार सिंह ने पौधारोपण कर युवाओं को अधिक से अधिक पेड़ लगाने को प्रोत्साहित किया। विश्वविद्यालय के प्रेमनगर स्थित नये भवन में आयोजित कार्यक्रम में वन विभाग द्वारा वन महोत्सव पर आयोजित पेंटिंग प्रतियोगिता में राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भिवानी की कुमारी अमृता ने प्रथम, इसी स्कूल की छात्रा कुमारी नैन्सी ने द्वितीय तथा आर्यन स्कूल की छात्रा तनीसा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सागवान की छात्रा कुमारी निकिता ने प्रथम, लिटिल हार्ट पब्लिक स्कूल की छात्रा कुमारी चान्द ने द्वितीय और राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भिवानी की छात्रा कुमारी दिक्षा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।विजेता छात्राओं को वन विभाग की ओर से अतिथियों द्वारा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। विश्वविद्यालय के नये भवन परिसर में सभी अधिष्ठाताओं, प्राध्यापकों एवं गैर शैक्षणिक कर्मचारियों द्वारा सामूहिक पौधारोपण किया गया। इस अवसर पर भाजपा नेता मनोज तंवर, डीन प्रो. संजीव कुमार, डा. एस के कौशिक, डा. सुरेश मलिक, डा. सुनीता भरतवाल, डा. स्नेहलता शर्मा, के के शर्मा, वित्त अधिकारी इशांक बुद्धि राजा, वन राजिक अधिकारी कैलाश चन्द, वन दरोगा बजरंग, प्रेम, विशाल, मनोज, वन रक्षक मंजेश, पूर्व प्रधान हंसराज, नोरंग आदि उपस्थित रहे।