पंकज सोनी, भिवानी:
सबका साथ-सबका विकास का नारा देने वाली भाजपा सरकार को अब बर्खास्त पीटीआई की तरफ से हाईकोर्ट में पैरवी कर उनकी बहाली का रास्ता साफ करना चाहिए, ताकि पिछले सवा वर्ष से महंगाई व बेरोजगारी की मार झेल रहे बर्खास्त पीटीआई को थोड़ी राहत मिल सकें। यह बात स्थानीय लघु सचिवालय के समक्ष बहाली की मांग को लेकर पिछले 412 दिनों से धरने पर बैठे बर्खास्त पीटीआई को संबोधित करते हुए हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के जिला अध्यक्ष दिलबाग जांगड़ा ने कही। उन्होंने कहा कि अपनी बहाली की मांग को लेकर बर्खास्त पीटीआई पिछले सवा वर्ष से धरने पर बैठे है। इस दौरान महंगाई व बेरोजगारी की मार झेलते हुए बर्खास्त पीटीआई की आर्थिक व मानसिक दशा काफी दयनीय हो चुकी है, जिसके चलते कई पीटीआई काल का ग्रास भी बन चुके हैं।
लेकिन अभी तक प्रदेश सरकार की तरफ से बर्खास्त पीटीआई की बहाली की तरफ कोई कारगर कदम नहीं उठाया गया, बल्कि प्रदेश के मुखिया आश्वासन का वायदा कर बार-बार अपने ही किए वायदे को भूल जाते हैं। दिलबाग जांगड़ा ने कहा कि सबका साथ-सबका विकास का नारा देने वाली भाजपा सरकार को अब बर्खास्त पीटीआई की बहाली की तरफ ध्यान देना चाहिए तथा चार अगस्त को हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान बर्खास्त पीटीआई की पैरवी कर उनकी बहाली मार्ग साफ करना चाहिए। साथ ही उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि अबकी बार बर्खास्त पीटीआई की बहाली नहीं हुई तो वे प्रदेश भर में बड़ा आंदोलन करेंगे। रविवार को क्रमिक अनशन पर पवन कुमार, राजेश कुमार, सुरेंद्र सिंह, मदनलाल सरोहा रहे। इस मौके पर धरने पर ब्लॉक प्रधान रामचंद्र पीटीआई, जरनैल सिंह पीटीआई, बलजीत तालु, अनिल तंवर, सुनील गोलपुरिया, सतीश यादव, राजपाल यादव, सुरेंद्र ढिग़ावा सहित अनेक पीटीआई मौजूद रहे।