नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़ :
एमपीएचडब्ल्यू अजय कुमार की मौत के मामले में आरोपी की गिरफ्तारी के लिए भीम सेना व विभिन्न सामाजिक संगठन के सदस्यों ने सोमवार को शहर में विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन को देखते हुए अनहोनी घटना को रोकने के लिए शहर के हर चौक-चौराहे पर पुलिस मुस्तैद दिखी । प्रदर्शनकारी अंबेडकर चौक से शुरू होकर किला रोड, सीएसडी कैंटीन, आईटीआई रोड, बस स्टैंड रोड, राव तुलाराम चौक, सतनाली चौक से होते हुए लघुसचिवालय के गेट के सामने नारनौल-दादरी स्टेट हाइवे पर जा कर बैठ गए। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए भीम सेना व मृतक के परिजनों ने नारनौल-दादरी स्टेट हाईवे को लगभग ढाई घंटे जाम रखा व आरोपी की गिरफ्तारी नहीं करने पर जमकर नारेबाजी करते हुए आरोपी व्यक्ति को गिरफ्तार करने की मांग की। प्रदर्शन व स्टेट हाईवें को जाम देखकर एएसपी सिद्धार्थ जैन, डीएसपी महेंद्रगढ़ राजीव, डीएसपी नारनौल व एसडीएम दिनेश कुमार मौके पर पहुंचे। एएसपी सिद्धार्थ जैन व अन्य पुलिस अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया लेकिन प्रदर्शनकारी आरोपी व्यक्ति को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग पर अड़े हुए थे। जब तीसरी बार एएसपी सिद्धार्थ ने आरोपी व्यक्ति को गिरफ्तारी करने का आश्वासन दिया तब जाकर प्रदर्शनकारी रोड से उठे। इस दौरान भीम सेना के सदस्यों ने सीबीआई जांच की मांग की। पुलिस के अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को सीबीआई जांच करवाने का आश्वासन दिया। इस दौरान भीम सेना द्वारा सात सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया।
आपको बता दें कि गांव बेरी निवासी एमपीएचडब्ल्यू अजय कुमार का गांव नांगल सिरोही से कोथल रोड पर शव पड़ा हुआ मिला था। मौके पर बाइक क्षतिग्रस्त व उसके शरीर पर चोट के निशान थे। इस मामले में मृतक के परिजनों ने गांव खातीवास निवासी हेमंत पर हत्या का आरोप लगाया था। लेकिन पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज नहीं किया था। मृतक के परिजन व विभिन्न सामजिक संगठन के लोग जिला उपायुक्त, एसपी व डीएसपी से बार-बार मुलाकात करके व ज्ञापन देकर न्याय की गुहार लगा रहे थे। महेंद्रगढ़ सदर पुलिस थाने में घटना के 9 दिन बीतने के बाद गांव खातीवास निवासी हेमंत पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद भी आरोपी व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया। इस लिए आज सोमवार 13 सितंबर को शहर में विरोध प्रदर्शन किया गया । पुलिस ने अभी तक आरोपी व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया है। ऐसे में पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहें है।
आखिर क्या था मामला:
बता दें कि बीती 11 अगस्त को एमपीएचडब्ल्यू अजय कुमार का गांव नांगल सिरोही से कोथल रोड पर शव पड़ा हुआ था। जिसकी बाइक क्षतिग्रस्त व उसके शरीर पर चोट के निशान थे। वहां से गुजरने वाले राहगीरों ने इसकी सूचना पुलिस को दी थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक अजय कुमार के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सौंप दिया था। मृतक के शव का परिजनों ने पोस्टमार्टम बोर्ड से करवाया था। मृतक महेंद्रगढ़ क्षेत्र के गांव बेरी का निवासी था तथा वह छिल्लरों प्राथमिक चिकित्सा केंद पर एमपीएचडब्ल्यू पर कार्यरत था। मृतक चार बहनों पर एक भाई था। अजय कुमार शादीशुदा भी था। उसके दो बच्चे हैं । मृतक के पिता अमर सिंह सेंट्रल बैंक महेंद्रगढ़ में मैनेजर के पद पर कार्यरत है।
परिजनों ने पुलिस में क्या दी थी शिकायत:
मृतक के पिता अमर सिहं पुत्र चंदगीराम ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि वह गांव बेरी का निवासी है। उसका पुत्र अजय कुमार पीएचसी छिल्लरो खंड नागंल चौधरी में एमपीएचडब्ल्यू के पद कार्यरत था। वह हर रोज की तरह 10 अगस्त को सुबह अपनी ड्यूटी पर जानें के लिए घर से अपने कार्यालय गया था, जो की रात को वापिस घर नहीं लौटा। कुछ दिनों पहले उसके पुत्र अजय का हेमंत के परिचित के साथ ड्यूटी के दौरान झगड़ा हो गया था। जिसके कारण हेमंत उसके पुत्र के साथ रंजिश रखने लगा था। हेमंत ने मौका पाते हीं उसके पुत्र की हत्या कर शव को नांगल सिरोही से कोथल जाने वाले रोड पर डाल दिया। जिसकी सूचना उन्हें पुलिस के माध्यम से 11 अगस्त को सुबह मिली। यह सुनकर उसका पूरा परिवार होश हवाश खो बैठा। उस समय वे किसी प्रकार की कार्रवाई करने की स्थिति में नहीं थे। उसके पुत्र की हत्या हेमंत पुत्र रामदत्त निवासी खातीवास द्वारा करके उसे रोड पर फेंका गया है।