नई दिल्ली। ‘कर्नाटक संकट’ संसद तक पहुंच गया। संसद में मंगलवार को इसके खिलाफ जमकर नारे बाजी हुई। राहुल गांधी भी भाजपा के खिलाफ इस नारे बाजी में शामिल दिखे। हालांकि कांग्रेस अपनी सरकार बचाने की पूरी कोशिश कर रही है। अब सोनिया गांधी ने कमान संभाली है इस संकट से कांग्रेस को उबारे की। गुलाम नबी आजाद ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी पर उनके विधायकों को इस्तीफा देने के लिए उकसाने का आरोप लगाया। आजाद ने आरोप लगाया कि बीजेपी ‘बारों’ और ‘रेस्टुरेंटों’ में मुख्यमंत्रियों की नियुक्ति करती है। कांग्रेस के सीनियर नेता की यह टिप्पणी ऐसे वक्त पर आई है जब एक निर्दलीय विधायक एच. नागेश की तस्वीर सामने आई है, जिन्होंने सोमवार को गठबंधन सरकार से मंत्री बनने के करीब एक महीने बाद ही पद से अपना इस्तीफा दे दिया। उसके बाद वे बेंगलुरू एयरपोर्ट से विमान पर सवार होकर मुंबई के लिए रवाना हो गए।
लेकिन, जो हैरान करनेवाला रहा वो ये कि नागेश को दो लोगों के साथ फोटो में देखा गया है, इनमें से एक कर्नाटक के बीजेपी चीफ बीएस येदियुरप्पा का पर्सनल असिस्टेंट है। जबकि, बीजेपी ने मौजूदा कर्नाटक सरकार के संकट में किसी तरह का हाथ होने से साफ इनकार किया है। तो वहीं, कांग्रेस यह कह रही है कि बेंगलुरू एयरपोर्ट की यह फोटो भगवा पार्टी के इसमें हाथ होने का सबूत है। आजाद ने पार्लियामेंट के बाहर संवाददाताओं से बात करते हुए कहा- कर्नाटक संकट में भारतीय जनता पार्टी का हाथ है। येदियुरप्पा का पीए बागी विधायकों के साथ विमान में मौजूद था। बीजेपी मुख्यमंत्रियों को बारों और रेस्टुरेंट में नियुक्त करती है। उन्होंने इससे पहले ऐसा मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश में किया है।