भारत मंडपम में आयोजित चार दिवसीय भारत टेक्स का आज अंतिम दिन
PM Modi Breaking News (आज समाज), नई दिल्ली : नई दिल्ली में भारत मंडपम में भारत टेक्स 2025 का आयोजन किया जा रहा है। इस अद्भुत कार्यक्रम में 120 से ज्यादा देश भागीदारी कर रहे हैं। 14 फरवरी से शुरू हुए इस चार दिवसीय आयोजन का आज अंतिम दिन है। भारत टेक्स में शामिल होने वाले 120 से ज्यादा देशों के प्रतिनिधियों व अन्य अतिथियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत टेक्स का दूसरा सत्र भारत मंडपम में आयोजित किया जा रहा है। भारत टेक्स हमें हमारी परंपरा के साथ-साथ विकसित भारत की भी झलक दिखाता है।
हमने जो बीज बोया, वो तेजी से बढ़ रहा
इस दौरान प्रधानंत्री ने कहा कि हमने जो बीज बोया है, वह बहुत तेजी से बढ़ रहा है’। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत टेक्स 2025 में एक प्रदर्शनी का दौरा किया। प्रधानमंत्री ने प्रतिभागियों से बातचीत की और उन्हें प्रदर्शनी के कई पहलुओं के बारे में जानकारी दी गई। पीएम मोदी ने आगे कहा- भारत टेक्स एक बड़ा वैश्विक आयोजन है, इसमें 120 अधिक देश भाग ले रहे हैं। बता दें कि, भारत टेक्स 2025 का आयोजन 14-17 फरवरी को भारत मंडपम में किया जा रहा है। यह कच्चे माल से लेकर तैयार उत्पादों तक वस्त्रों की संपूर्ण मूल्य श्रृंखला को एक ही मंच पर लाने वाला एक अनूठा कार्यक्रम है।
टेक्सटाइल सेक्टर को मिलेगा बढ़ावा
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि इस आयोजन से टेक्सटाइल सेक्टर में इनवेस्टमेंट एक्सपोर्ट और ओवरॉल ग्रोथ को जबरदस्त बढ़ावा मिल रहा है। भारत टेक्स के इस आयोजन में हमारे परिधानों के जरिए भारत की सांस्कृतिक विविधताओं के भी दर्शन होते हैं। मेरे कुछ सहकर्मियों ने बताया कि एक कारखाना स्थापित करने में औसतन 70-75 करोड़ रुपये का खर्च आता है और इससे लगभग 2,000 लोगों को रोजगार मिलता है। मैं सबसे पहले बैंकिंग क्षेत्र के लोगों से आग्रह करूंगा कि वे इन उद्योगों की मांगों को समझें।
भारत टेक्स 2025 ने आगंतुकों के अलावा 120 से अधिक देशों के नीति निमार्ताओं और वैश्विक सीईओ, प्रदर्शकों, अंतरराष्ट्रीय खरीदारों को आकर्षित किया है। प्रतिभागियों में अंतर्राष्ट्रीय वस्त्र निर्माता संघ (आईटीएमएफ), अंतर्राष्ट्रीय कपास सलाहकार समिति (आईसीएसी), यूरेटेक्स, टेक्सटाइल एक्सचेंज और यूएस फैशन इंडस्ट्री एसोसिएशन (यूएसएफआईए) सहित दुनिया भर के 25 से अधिक प्रमुख वैश्विक कपड़ा निकाय और संघ शामिल हैं।