Aaj Samaj (आज समाज), Bharat Ratna, नई दिल्ली: देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिम्हा राव और मशहूर वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को (मरणोपरांत) भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। केंद्र सरकार ने शुक्रवार को यह घोषणा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी दी। बता दें कि कुछ दिन पहले ही मोदी सरकार ने लालकृष्ण आडवाणी और कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की घोषणा की थी। मोदी सरकार अपने 10 साल के कार्यकाल में अब तक 10 लोगों को भारत रत्न दे चुकी है।
सम्मान अतुलनीय योगदान को समर्पित : मोदी
्रपीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट में लिखा, हमारी सरकार का यह सौभाग्य है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है। यह सम्मान देश के लिए उनके अतुलनीय योगदान को समर्पित है। उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह ने किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था।
चौधरी चरण सिंह ने हमेशा राष्ट्र निर्माण को गति प्रदान की
पीएम मोदी ने कहा, चौधरी चरण सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हों या देश के गृहमंत्री और यहां तक कि एक विधायक के रूप में भी, उन्होंने हमेशा राष्ट्र निर्माण को गति प्रदान की। वे आपातकाल के विरोध में भी डटकर खड़े रहे। हमारे किसान भाई-बहनों के लिए उनका समर्पण भाव और इमरजेंसी के दौरान लोकतंत्र के लिए उनकी प्रतिबद्धता पूरे देश को प्रेरित करने वाली है।
नरसिम्हा राव ने विभिन्न पदों पर राष्ट्र सेवा की
पीएम मोदी ने पीवी नरसिम्हा राव के बारे में कहा कि एक प्रतिष्ठित विद्वान और राजनेता के रूप में विभिन्न पदों पर रहते हुए उन्होंने भारत की व्यापक सेवा की। उन्हें आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और कई वर्षों तक संसद सदस्य और विधान सभा सदस्य के रूप में किए गए कार्यों के लिए भी याद किया जाता है। पीएम ने कहा कि उनके दूरदर्शी नेतृत्व ने भारत को आर्थिक रूप से उन्नत बनाने, देश की समृद्धि और विकास के लिए एक ठोस नींव रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कृषि और किसान कल्याण में स्वामीनाथ की अहम भूमिका
प्रधानमंत्री मोदी ने एमएस स्वामीनाथन के बारे में कहा कि सरकार कृषि और किसान कल्याण में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें भारत रत्न से सम्मानित कर रही है। उन्होंने चुनौतीपूर्ण समय में भारत को कृषि में आत्मनिर्भरता हासिल करने में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और भारतीय कृषि के आधुनिकीकरण की दिशा में उत्कृष्ट प्रयास किए।
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