Bhandara On Basant Panchami
मनोज वर्मा, कैथल:
Bhandara On Basant Panchami: श्री कृष्ण कृपा मंदिर में बसंत पंचमी के उपलक्ष्य में कड़ी चावल व पीले मीठे चावलों का भंडारा लगाया गया। श्री कृष्ण कृपा सेवा समिति द्वारा इस कार्यक्रम में आने जाने वाले लोगों को कड़ी चावल का प्रसाद वितरित किया गया। समिति के प्रधान दिनेश पाठक ने बताया कि, बसंतोत्सव सब ऋतुओं में प्रमुख है।
महत्व का त्योहार है बसंत Bhandara On Basant Panchami:
बसंत ऋतु का काफी महत्व है। आज बसंत पंचमी है और बसंत पंचमी को बसंत उत्सव मनाया जाता है। बसंत शरद ऋतु के बाद आता है, माघ महीने के शुक्ल पक्ष के पांचवें दिन से बसंत की शुरूआत, यह दिन नए मौसम के आगमन का प्रतीक है। बसंत नवीनता, उल्लास और उल्लास का पर्व है, इस मौसम में प्रकृति नवीनता लेकर आती है, प्रकृति की सुंदरता निखरने लगती है। महासचिव सुषम कपूर ने कहा कि, पुराने पत्ते पेड़ों से गिर जाते हैं और नए पते और कलियाँ आने लगती हैं और वे फूलों से खिलकर प्रकृति का स्वागत करते हैं।
सरसों पर चढ़ा बसंती रंग Bhandara On Basant Panchami:
खेतों में खड़ी सरसों पर बसंती रंग चढ़ जाता है और खेतों ने जैसे पिली चुन्नर ओढ़ ली हो ऐसा प्रतीत होता है। बसंत पंचमी पर छोटे बच्चों के लिए विद्यारंभ भी होता है। इसलिए होली की शुरूआत बसंत पंचमी के दिन से होती है। इस दिन होली का पहला गुलाल उड़ाया जाता है और होली के गीत और होली की शुरूआत भी हो जाती है। इस अवसर पर सुजीत कपूर,सोनू वर्मा,अश्वनी खुराना,कृष्ण नंदा,गगन सेठी,हरीश अदलखा, राम मेहर,अशोक राजपाल,सतीश राजपाल,राजकुमार मुखीजा,पवन शर्मा ने भी बसंत पंचमी के इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। Bhandara On Basant Panchami:
Also Read: अभी ठंड से राहत नहीं, शीतलहर, जानिये प्रमुख राज्यों का हाल
Also Read: लता मंगेशकर की हालत गंभीर ,वेंटिलेटर पर किया गया शिफ्ट