हिसार के बिश्नोई मंदिर में पहुंचे सीएम सैनी
कुलदीप ने कहा- नायब में भजनलाल की छवि
Hisar News (आज समाज) हिसार: हिसार के बिश्नोई मंदिर में आज गुरु जम्भेश्वर भगवान की 574वीं जयंती और जन्माष्टमी महोत्सव मनाया जा रहा है। सुबह हवन यज्ञ के साथ कार्यक्रम की शुरूआत हो गई है। इसके बाद ध्वजारोहण किया गया। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी बिश्नोई मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे। पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई ने स्वागत किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री नायब सैनी से मनोहर लाल की गलती सुधारते हुए पूर्व सीएम चौधरी भजनलाल की तारीफ की और कहा कि चौधरी भजनलाल का जीवन बिश्नोई समाज के लिए समर्पित रहा। चौधरी भजनलाल एक महान व्यक्तित्व थे, जिन्होंने समाज को एकता का सूत्र में पिरोया और कुलदीप बिश्नोई चौधरी भजनलाल के आदर्शों पर चल रहे हैं। नायब सैनी ने गुरु जंभेश्वर भगवान को प्रकृति प्रेमी बताया और आज के समय में उनकी सीख को दोहराया। उन्होंने कहा कि जब आज पूरा विश्व ग्लोबल वार्मिंग से इफेक्ट कर रहा है ऐसे समय उनकी पर्यावरण बचाने की सीख का अनुसरण करना बहुत जरूरी है। सैनी ने कहा कि गुरु जंभेश्वर महाराज की सीख को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आगे बढ़ा रहे हैं। गुरु जंभेश्वर भगवान का ध्येय था कि पेड़ नहीं कटना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने भी उनकी शिक्षा के अनुरूप ही एक पेड़ मां के नाम मुहीम शुरू की है। कुलदीप बिश्नोई ने मुख्यमंत्री का बिश्नोई मंदिर में पहुंचने पर पूरे समाज की ओर से स्वागत किया और कहा कि चौधरी भजनलाल के बाद कोई नेता है जो जनता के लिए 24 घंटे समर्पित है तो वह नायब सैनी है। उन्होंने कहा कि मेरे पिता के बाद किसी को रात को 12-12 बजे तक काम करते देखा है तो वह नायब सैनी हैं। इनका हमारे बीच आना हमारे लिए गौरव की बात है। बिश्नोई समाज ने जो मांग पत्र सौंपी है मगर आचार संहिता के कारण वह घोषणा नहीं कर पाएंगे मगर तीसरी बार भाजपा सरकार आने के बाद समाज की सभी मांगे पूरी होंगी।
राजस्थान में हिरणों के शिकार पर चिंता जाहिर की
कुलदीप बिश्नोई ने बिश्नोई समाज के मंच से मुख्यमंत्री नायब सैनी के आगे राजस्थान में हिरणों के बढ़ते शिकार पर रोक लगाने की मांग करते हुए इस बारे में राजस्थान के मुख्यमंत्री से बात करने की बात कही। कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि बिश्नोई समाज में हिरण प्राण से भी बढ़कर है इसलिए राजस्थान सरकार को नया कानून बनाना चाहिए और हिरणों की हत्या पर इंसानों की हत्या जैसे दंड का प्रावधान रखना चाहिए ताकि हिरणों की हत्याएं रोकी जा सके।