आज समाज डिजिटल, पानीपत:
पानीपत (Bhagwan Parshuram Janmotsav Panipat) समस्त ब्राह्मण समाज जिला पानीपत द्वारा भगवान परशुराम जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में सेक्टर-18 स्थित परशुराम धर्मशाला में 11 ब्राह्मणों के साथ विधिवत रूप से हवन यज्ञ किया गया। मंत्रोच्चारण के साथ सभी ब्राह्मणों ने भगवान विष्णु जी के छठे अवतार, शस्त्र और शास्त्र के ज्ञाता अजर अमर भगवान परशुराम जी का गुणगान किया। इस अवसर पर सर्व ब्राह्मण समाज जिला पानीपत के प्रधान राम रतन शर्मा ने बताया कि वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया जो कि अक्षय तृतीया के नाम से प्रसिद्ध है इस दिन भगवान परशुराम जी का जन्म हुआ।
भगवान परशुराम जी ने किया 21 बार अहंकारी राजाओं का संहार
भगवान शिव द्वारा प्रदत्त परशु धारण किए रहने के कारण भगवान परशुराम कहलाए। भगवान परशुराम जी का उल्लेख रामायण, महाभारत, श्रीमद्भागवत पुराण और कल्कि पुराण इत्यादि अनेक ग्रंथों में किया गया है। उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम जी ने 21 बार अहंकारी एव्ं आततायी राजाओं का संहार कर उन्हें दंडित करके पृथ्वी पर सत्य, दया, करूणा, धर्म की स्थापना की और संपूर्ण मानव जाति को निर्भय किया। ब्राह्मण समाज पूर्व प्रधान सुरेंद्र सनौली ने बताया कि आज के दिन को अक्षय तृतीया के रूप में इस लिए मनाया जाता है यह दिन वर्ष के सबसे शुभ मुहूर्त में से एक होता है आज के दिन बिना मुहूर्त कोई भी मांगलिक कार्य संपन्न किए जा सकते हैं।
संपूर्ण विश्व की सुख शांति और उन्नति की कामना की
सभी ने भगवान परशुराम जी के चरणों में नतमस्तक होकर पुष्प अर्पित किए और संपूर्ण विश्व की सुख शांति और उन्नति की कामना की। इस अवसर पर मुख्य रूप से पं सुरेंद्र शास्त्री, बाबू राम कौशिक, जे पी गौड़, एडवोकेट डी के पण्डित, जयदेव कौशिक, वीरेंद्र एडवोकेट, मोहित शर्मा, एडवोकेट मनोज शर्मा, अमित आज़ाद, संदीप कौशिक, राजू पहलवान, अंकित गौतम, एडवोकेट अरविंद, नरेंद्र शर्मा उग्राखेड़ी, सोनू शर्मा, अनिल शर्मा, राधे श्याम शर्मा, जय भगवान शर्मा, राधेश्याम बडौली समेत तमाम ब्राह्मण समाज के लोग उपस्थित थे।