आज समाज डिजिटल, अंबाला:
Best Oil For Body Massage : थकान या तनाव होने पर अच्छी मालिश मिल जाए, तो व्यक्ति को काफी अच्छा महसूस होता है। सप्ताह में तीन दिन बॉडी मसाज करना जरूरी समझा जाता है। ऐसा करने से शरीर में रक्त संचार बढ़ता है, जिससे सर्दी-जुखाम एवं खांसी से शरीर की रक्षा होती है। आप चाहें तो किसी भी तेल से बॉडी मसाज कर सकते हैं, इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। सही मालिश तन-मन को काफी अच्छा लाभ पहुंचाती है, आज हम आपको इसके बारे में आवश्यक तेल बताएंगे जो बेहद असरकारी हैं। तो आइए जानते हैं कौन से वह तेल।
बॉडी मसाज के लिए तिल का तेल (Benefits Of Massage With Oil)
सर्दियों के दौरान तिल का तेल अच्छा माना जाता है। शोध से पता चला है कि तिल के बीज में एसपीएफ 6 के प्राकृतिक सनस्क्रीन गुण होते हैं।यह हल्का होता है और त्वचा द्वारा आसानी से अवशोषित हो जाता है।यह मिनरल, विटामिन और प्रोटीन से भरपूर होता है। रूखी त्वचा के लिए बादाम का कंडीशनिंग और चमक प्रदान करने के लिए सबसे अच्छा उपचार माना जाता है। यह पोषक तत्वों से भरपूर होता है।
बॉडी मसाज के लिए नारियल का तेल (Cocunut Oil For Body Massage)
नारियल के तेल में आयरन होता है और इसकी मालिश से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है। नारियल का तेल बनावट में हल्का, कम चिपचिपा और एक मीठी सुगंध वाला होता है। नारियल का तेल त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है।
बॉडी मसाज के लिए जैतून का तेल ( Body Massage Oil For Dry Skin)
अत्यंत शुष्क परिस्थितियों में खुजली वाली त्वचा से छुटकारा पाने के लिए तेल में नींबू का रस मिलाएं। यह एक एंटीऑक्सिडेंट भी है, जो फ्री-रैडिकल्स को रोकने में मदद करता है।जैतून के तेल में कई विटामिन और मिनरल्स होते हैं, जो सर्दियों में प्राकृतिक मॉइस्चराइजर के रूप में काम करते हैं। इस तेल को गीली त्वचा पर लगाकर मालिश करनी चाहिए।
बॉडी मसाज के लिए सरसों का तेल (Best Oil For Body Massage)
सरसों के तेल में मौजूद मॉइस्चराइजिंग गुण त्वचा को नरम और चमकदार बनाने का काम करते हैं। सरसों का तेल सर्दियों के दौरान मालिश के लिए सर्वश्रेष्ठ तेलों में से एक है।
मालिश करने का सही तरीका (Best Oil For Body Massage)
यदि आप मालिश कर रहे हैं, तो आपके नाखूनों में नुकीले किनारे न हों। मालिश से पहले तेल को हल्का गर्म करे। फिर हाथों के जोड़ों जैसे कंधे, कोहनी और कलाई के जोड़ों पर छोटे गोलाकार स्ट्रोक का इस्तेमाल करना चाहिए। बाहों और पैरों की मांसपेशियों पर लंबे समय तक ऊपर और नीचे थपथपाकर मालिश करे । उसके बाद नाभि से शुरू होकर बाहर की ओर जाते हुए पेट की गोलाकार गति से मालिश करनी चाहिए।
हाथों और पैरों की मालिश करते समय ऊपर की ओर मालिश करें। पीठ के लिए, मालिश रीढ़ के आधार से होनी चाहिए, रीढ़ की हड्डी से पसलियों तक ऊपर और बाहर की ओर काम करना चाहिए। अगर किसी को हार्ट संबंधी समस्या है तो विशेष सावधानियां बरतनी होंगी। किसी भी हड्डी वाले क्षेत्र पर जोर से दबाव न डालें और सीधे रीढ़ पर मालिश करने से बचें।