Aaj Samaj (आज समाज), Bengaluru Crime, बेंगलुरु। बिहार की तरह कर्नाटक में भी एक बार फिर अनोखी चोरी का मामला सामने आया है। राजधानी बेंगलुरु के कनिंघम रोड स्थित बस स्टैंड पर पूरी तरह स्टील से बना नया नवेला शेल्टर ही चोर उखाड़कर ले गए हैं। इसके निर्माण पर 10 लाख रुपए का खर्च आया था।
विधानसभा से महज एक किमी दूर हुई है यह चोरी
विधानसभा से महज एक किमी दूर यह चोरी हुई है। बेंगलुरु शहर में बस शेल्टरों का प्रबंधन बेंगलुरु मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (बीएमटीसी) करती है, जो बेंगलूरु में सरकारी सिटी बसों का संचालन करती है। बीएमटीसी के एसोसिएट उपाध्यक्ष एन रवि रेड्डी ने चोरी होने के एक माह बाद 30 सितंबर को हाई ग्राउंड्स थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
21 अगस्त को बनाया, 28 अगस्त को गायब मिला
रेड्डी ने शिकायत में कहा है, हम शहर में बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) के लिए बस शेल्टर बनाने का काम करते हैं और हमने कनिघम रोड पर 21 अगस्त को टेनलेस स्टील से बने शेल्टर का निर्माण किया था। इसकी लागत 10 लाख रुपए आई थी। शिकायत में अधिकारियों ने कहा है कि 28 अगस्त को जब उन्होंने इलाके का दौरा किया, तो शेल्टर वहां नहीं था।
डेली पैसेंजर रात को बस स्टॉप पर उतरे थे, सुबह पूरा गायब
बस से आने-जाने वाले डेली पैसेंजर रात के समय बस स्टॉप पर उतरे थे, लेकिन अगले दिन सुबह जब वे आए तो पूरा बस स्टॉप गायब हो चुका था। रेड्डी के अनुसार बीबीएमपी से पूछा गया कि क्या उनके पास शेल्टर को हटाने की कोई जानकारी है तो उन्होंने कहा नहीं। इसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराने का निर्णय लिया गया। पुलिस ने कहा है कि जल्द आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा। बता दें कि पुराना बस शेल्टर काफी जर्जर हालत में था जिस कारण उस जगह पर नया शेल्टर बनाया गया था।
बेंगलुरु में ऐसी चोरी का नया नहीं मामला
बेंगलूरु में बस शेल्टर चोरी होने का मामला नया नहीं है। इसी साल मार्च में भी एचआरबीआर लेआउट में तीन दशक पुराना बस स्टैंड रातोंरात गायब हो गया था। एक मीडिया रिपोर्ट में क्षेत्र के निवासियों के हवाले से कहा गया था कि कल्याण नगर में बस स्टैंड 1990 में लायंस क्लब ने दान किया था। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया था कि एक व्यावसायिक प्रतिष्ठान के लिए रास्ता बनाने के मकसद से इसे रातों-रात हटा दिया गया था। बेंगलुरु में ही इससे पहले साल 2015 में होराइजन स्कूल के पास डूपनहल्ली बस स्टॉप रातोंरात नदारद हो गया था। 2014 में बीईएमएल लेआउट-3 स्टेज, राजराजेश्वरीनगर में एक 20 साल पुराना बस स्टॉप गायब हो गया था।
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