नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल मेंचुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैंभाजपा, टीएमसी अपना पूरा जोर लगा रही हैचुनावों को जीतने के लिए। इस साल चुनावों केपहले सियासी हलचलें बहुत तेज है। ममता दीदी अपना किला बचाने मेंलगी हैंऔर भाजपा उसमेंसेंधमारी करनेमें। फिलहाल ममता बनर्जी का हाल थोड़ा बेहाल है क्योंकि पार्टी के कई नेता उनसेनाराज चल रहेहैं। जिसकेकारण कई नेता भाजपा में शामिल हो चुके हैं। अब तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद शताब्दी रॉय नेभी अपनी एक पोस्ट के जरिए राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ा दी थीं। फेसबुक पोस्ट में लिखा, ‘मुझसे लोग पूछ रहे हैं कि मैं पार्टी के विभिन्न कार्यक्रमों में क्यों नहीं दिख रही हूं। मुझे अपने लोगों के साथ रहना पसंद है। लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जो नहीं चाहते कि मैं आप सबके साथ रहूं। अक्सर मुझे कार्यक्रमों के बारे में सूचित नहीं किया जाता है, मैं क्या कर सकती हूं?’ इसके बाद उन्होंने शनिवार को दिल्ली पहुंचने की बात भी लिखी। जिसके बाद से शताब्दी रॉय द्वारा भी टीएमसी छोड़ने की अटकले लगने लगी हालांकि उन्होंने देर शाम तृणमूल के वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी से बातचीत होने के बाद अपने तेवरों मेंनरमी दिखाईऔर कहा कि ‘मैंने आज अभिषेक बनर्जी से बात की और उन्होंने उन मुद्दों को समझा जो मैंने उठाए थे। मैं कल दिल्ली नहीं जा रही हूं। मैं तृणमूल के साथ ही रहूंगी।