नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल और सरकार के बीच बहुत अच्छे रिश्ते नहीं है। पिछले दिनों राज्यपाल के लिए विधानसभा का मेन गेट नहीं खोला गया था जिससे उन्हें दूसरे गेट से प्रवेश करना पड़ा था अब राज्यपाल धनकड़ को जाधवपुर यूनिवर्सिटी में जाने से रोक दिया गया। वहां उन्हें छात्रों के एक समूह ने काले झंडे दिखाए और उन्हें अंदर जाने से रोक दिया। बता दें कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल धनखड़ विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होने पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि ये छात्र नागरिकता कानून पर राज्यपाल के बयान से खफा हैं। समारोह में शामिल होने के लिए राज्यपाल अपनी कार में आ रहे थे और नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे छात्रों ने उनकी कार को घेर लिया। उन्हें काले झंडे दिखाए गए।
वह विश्वविद्यालय में नहीं प्रवेश कर पाए और वहां से निकल गए। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, गवर्नर जगदीप धनखड़ ने कहा कि एक चांसलर और गवर्नर के रूप में मेरे लिए यह एक दर्दनाक क्षण है, अंदर छात्रों को अपनी डिग्री सौंपने के लिए इंतजार किया जा रहा है मगर मुट्ठी भर लोगों ने मुझे बाहर रोक दिया है। यह कानून के शासन पूरी तरह से पतन है। राज्य सरकार ने शिक्षा को बंदी बना दिया है। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट से भी ट्वीट कर कहा कि करीब पचास लोग थे, जो मुझे रोक रहे थे। सिस्टम को पूरी तरह से बंधक बना दिया गया है। राज्यपाल धनखड़ को जाधवपुर यूनिवर्सिटी के छात्रों को संबोधित करने और सार्वजनिक जीवन से जुड़ी हस्तियों को डिग्री देने के लिए आमंत्रित किया गया था।