Benefits of eating food in the evening: दोपहर 4-6 बजे का समय हमारे स्वास्थ्य के लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है। यह वह समय है जब कोर्टिसोल स्वाभाविक रूप से कम हो जाता है। विशेषकर उन लोगों के लिए जो हाइपोग्लाइसेमिक हैं यह समय कोर्टिसोल गलत व्यवहार कर सकता है। जिसकी वजह से आपको भूख, बेचैनी, नींद न आना जैसी परेशानियां हो सकती हैं। इसके अलावा कोर्टिसोल हार्मोन के असंतुलित होने के कारण वजन बढ़ना, अनिद्रा और मूड में बदलाव जैसी समस्याएं हो सकती हैं। कोर्टिसोल के स्तर को संतुलित करने के लिए शाम को 4 से 6 के बीच हल्का खाना खाना चाहिए। अपने पोस्ट में एक्सपर्ट ने शाम को क्या खाने के ऑप्शन ट्राई किए जा सकते हैं
1. सोमवार: साबूदाना खिचड़ी
2. मंगलवार: मसाला डोसा
3. बुधवार: थालीपीठ
4. गुरुवार: रागी डोसा और पनीर
5. शुक्रवार: सेवई उपमा या भजिया (पकौड़े)
6. शनिवार: थेपला या ठिकट शीरा
1. तनाव को करता है कम
शाम को 4 से 6 बीच हल्का खाना खाने से आपको आराम और तनाव से मुक्त होने में मदद मिलती है। यह आपको ऊर्जावान महसूस करा सकता है।
2. भूख को करता है कंट्रोल
एक्सपर्ट के अनुसार, शाम के समय हल्का खाना खाने से अनहेल्दी स्नैक्स की क्रेविंग को कम करने में मदद मिलती है। जब आप शाम के समय नमकीन और तेल मसालों से युक्त खाना नहीं खाएंगे, तो ब्लड शुगर को मेंटेन करने में मदद मिलती है। साथ ही यह वजन को भी कंट्रोल में रखने में मदद करता है।
3. बेहतर नींद में मददगार
शाम को हल्का और संतुलित खाना खाने से आपको रात को डिनर हल्का करने में मदद मिलती है। जिसकी वजह से नींद की गुणवत्ता सुधरती है और आपको बेहतर नींद आती है। एक्सपर्ट के अनुसार, जब कोई व्यक्ति पर्याप्त मात्रा में नींद लेता है, तो इससे कोर्टिसोल हार्मोन को संतुलित करने में मदद मिलती है।