भाषायी पारंगतता हासिल करने पर विशेष जोर देते हुए रिपोर्टिंग की बारीकियों का ककहरा : BE THE VOICE OF VOICELESS IN JOURNALISM

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आज समाज डिजिटल, रोहतक
BE THE VOICE OF VOICELESS IN JOURNALISM : भाषायी पारंगतता हासिल करने पर विशेष जोर देते हुए रिपोर्टिंग की बारीकियों का ककहरा आज वरिष्ठ पत्रकार, पूर्व संपादक तथा मीडिया परामर्शदाता प्रवीण के मोदी ने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग द्वारा आयोजित व्याख्यान श्रृंखला एवं कार्यशाला में अपने विशेष व्याख्यान में सिखाया। प्रवीन मोदी ने इवेंट रिपोर्टिंग कैसे करें विषय पर ज्ञानवर्धक व्याख्यान दिया।
प्रतिष्ठित पत्रकार प्रवीण के मोदी ने कहा कि एक अच्छा पत्रकार निरंतर विद्यार्थी बनकर जीवन पर्यंत सीखने की प्रवृत्ति रखता है। उन्होंने कहा कि किसी भी इवेंट की रिपोर्टिंग के लिए फील्ड में पहुंचकर रिपोर्ट लिखना श्रेयस्कर होता है। प्रवीण मोदी ने अपने एसाइनमेंट बारे पहले से तैयारी की बात कही। उनका कहना था कि आंकड़ें तथा तथ्य एकत्र करना ही काफी नहीं, इन सब की सिलसिलेवार आकर्षक प्रस्तुति भी बेहद जरूरी है। नाम, तथ्य, डेटा की जांच परख अच्छी तरह से करनी चाहिए, ऐसा उनका कहना था।
प्रवीण के मोदी ने कहा कि गुणवत्तापरक, निष्पक्ष, पारदर्शी पत्रकारिता मीडिया संगठन तथा पत्रकार की छवि का निर्माण करती है। पत्रकारिता के जरिए आवाज विहीन अवाम की आवाज बनने का आह्वान प्रवीण मोदी ने किया। उन्होंने व्याख्यान उपरांत प्रतिभागियों के प्रश्रों के उत्तर भी दिए।
विभागाध्यक्ष प्रो. हरीश कुमार ने इस अवसर पर कहा कि पत्रकारिता का क्षेत्र चुनौतीपूर्ण है, पर कड़ी मेहनत तथा योजनाबद्ध प्रयासों से मीडिया विद्यार्थी पत्रकारिता क्षेत्र में अपनी जगह बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को अधिकाधिक पढऩे तथा निरंतर लेखन अभ्यास की आदत डालनी होगी।
सहायक प्रोफेसर सुनित मुखर्जी ने स्वागत भाषण दिया तथा आमंत्रित वक्ता का परिचय दिया। उन्होंने कहा कि मीडिया स्किलिंग समय की जरूरत है। सहायक प्रोफेसर डा. नवीन कुमार ने आभार प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि कुलपति प्रो. राजबीर सिंह की प्रेरणा से विभागीय विद्यार्थियों के शैक्षणिक क्षमता संवर्धन हेतु इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
इस ऑनलाइन कार्यक्रम में सीडीएलयू, सिरसा से एसोसिएट प्रोफेसर डा. रविन्द्र कुमार, जाट महाविद्यालय, रोहतक से डा. जसमेर सिंह तथा डा. प्रदीप बल्हारा, राजकीय पीजी महाविद्यालय, झज्जर से डा. कविता दहिया, सीएमयू से डा. सुशील कुमार, एमेटी यूनिवर्सिटी, नोएडा से किट्टी मुखर्जी, सीबीएलयू, भिवानी से शिव कुमार, पीडीएम यूनिवर्सिटी से जगरूप सिंह, विभागीय शोधार्थी एवं विद्यार्थी शामिल हुए।
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