बरनाला: नक्शे की पेंडेंसी क्या देखी एडीसी ने खुला डालीं फाइलें

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नगर परिषद कार्यालय में 350 से ज्यादा नक्शे पास करवाने के लिए उपभोक्ता करते आ रहे हैं वर्षों से इंतजार

अखिलेश बंसल, बरनाला:
नगर परिषद कार्यालय में 350 से ज्यादा नक्शों की पेंडेंसी देखते ही नवनियुक्त एडीसी (जनरल) अमित बैंबी ने संबंधित अधिकारियों को नाजायज कॉलोनियों और सीएलयू केसों की फाइल तलब करने को आदेश दे दिए हैं। जिससे बरनाला ही नहीं जिलेभर की नगर काउंसिलों एवं नगर पंचायतों के अधिकारियों में भी भगदड़ सी पैदा हो गई है। गौरतलब है कि पदोन्नत होकर बरनाला पहुंचे एडीसी बैंबी की इससे पहले फिरोजपुर, समराला, मालेरकोटला स्टेशनों पर बतौर एसडीएम धांसू कार्यप्रणाली बतायी गई है। पीआरटीसी में भी बतौर एएमडी बेहतरीन कारगुजारी रही है।

मीटिंग के दौरान मिले लंबित केस
एडीसी (जनरल) अमित बैंबी ने नगर परिषद बरनाला के अधिकारियों के साथ पहली मीटिंग की थी। जिसमें शहर में तेजी से प्रसार हुई नाजायज कॉलोनियों के मामले, सी.एल.यू. और नक्शों के मामले सामने आए। जिनका शहर के उपभोक्ता वर्षों से इंतजार कर रहे है। तमाम केसों के लंबित होने पर पूछे गए सवालों और उनका कोई सार्थक जवाब नहीं मिलने पर एडीसी बैंबी ने नप अधिकारियों की क्लास लगाई। पेंडेंसी खत्म करने के लिए अधिकारियों के साथ कर्मचारियों को भी अल्टीमेटम दिया है। उल्लेखनीय है कि नप बरनाला के कुछ अधिकारी शहर में गैरकानूनी ढंग से निर्मित की गई कॉलोनियों और अन-एप्रूव्ड कॉलोनियों के मालिकों कॉलोनाइजरों को घर बैठे लाभ पहुंचाते आ रहे हैं। यह बात शहर के आरटीआई एक्टिविस्ट ने कहा है कि उनके पास नप के पूर्व व मौजूदा अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा किए गए फंडों के दुरुपयोग व घोटालों का बड़ा रिकॉर्ड है। जिसे एडीसी के समक्ष रखा जाएगा।

यह कहते हैं अधिकारी
एडीसी (जनरल-कम-अर्बन) अमित बैंबी का कहना है कि सरकारी कामकाज में किसी किस्म की पेंडेंसी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। नाजायज कॉलोनियां कैसे बन गई, लंबित पड़े नक्शों को परवानगी क्यों नहीं मिल सकी, समेत सभी की रिपोर्ट एकत्रित की जाएगी। सभी केसों का निपटारा जल्दी करने के दिशा-निर्देश दिए गए हैं। हर महीने नप कार्यालय के हर विभाग की कार्यप्रणाली की समीक्षा की जाएगी।
इस संबंध में नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी (ईओ) मनप्रीत सिंह सिद्धू का कहना है कि जनाब एडिशनल डिप्टी कमिश्नर साहब के हर आदेश की तामील की जाएगी। उनके आदेशानुसार संबंधित सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को सूचित कर दिया गया है।