अखिलेश बंसल, बरनाला :
जल्द ही जिला के 200 किसानों को बड़ी राहत मिलने वाली है, जिनके 5.40 हैक्टेयर खेतों को पानी की कमी नहीं होगी। उन खेतों को मिलने वाला पानी सिंचाई के लिए सर्वश्रेष्ठ होगा। बता दें कि खेतों को मिलने वाला यह पानी बरनाला में बने सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट (एसटीपी) से मिलेगा, ताकि पानी उन खेतों तक सीधा पहुंचाया जा सके इसके लिए पाइपें डालने की योजना तैयार की गई है। जिस पर 6 करोड़ रुपए का खर्चा होगा और 6 महीने का वक्त लगेगा, पाइपें बिछाने का काम अगले माह अगस्त से शुरू करने की योजना है।
5 साल पहले बनना शुरू हुआ था एसटीपी 
शहर व आसपास के एरीया की गलियों नालियों में इकठ्ठा होता बरसाती एवं सीवरेज पानी का समाधान करने, शहर की सडकों पर ज्यादा देर तक पानी जमा नहीं होने देने को लेकर बरनाला में एसटीपी प्लांट की योजना बनी थी। कंस्ट्रक्शन आफ 20 एमएलडी एसटीपी एंड 45 एमएलडी एमपीएस के नाम का यह काम पंचकूला की एक कंपनी को दिया गया था। पांच साल पहले साल 2016 में शुरू हुआ था। जिसके निर्माण पर 28.45 करोड़ रुपए खर्च होना बताया गया था। इसके समेत एसटीपी में सीवरेज का पानी पहुंचाने से संबंधित प्रोजेक्ट को लेकर साल 2020 के दौरान कुल खर्चा 92 करोड़ रुपए होना बताया गया था। एसटीपी से खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए अब 6 लाख रुपए का खर्च होगा।
एडीसी ने प्रोजेक्ट को बताया कारगर 
बरनाला में लगे एसटीपी प्लांट और उसमें हो रहे सीवरेज पानी के शुद्धिकरण का सर्वेक्षण करने एडीसी अमित बैंबी पहुंचे। उनके साथ वाटर एंड सीवरेज विभाग के एसडीओ रजिंदर गर्ग, जुनियर इंजीनियर तरुण कुमार, भूमि संरंक्षण विभाग अधिकारी और पब्लिक रिलेशन डिपार्टमैंट से डीपीआरओ मेघा मान भी थे। जिन्होंने एसटीपी की र्वकिंग के बारे में जानकारी दी। जिसको लेकर एडीसी अमित बैंबी ने योजना को कारगर बताया।