बरनाला: बैटरी फैक्ट्री में भयानक आग, लाखों का नुकसान

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अखिलेश बंसल, बरनाला:
शनिवार की देर रात्रि शहर के गुरु रामदास नगर में स्थित बैटरी बनाने की फैक्ट्री में भयानक आग लग गई, जिस पर एक-एक करके पहुंची फायरब्रिगेड की आठ गाडिय़ों ने आग पर काबू पाया। आग लगने के कारणों की पुष्टि नहीं की गई है, हालांकि फैक्ट्री के मुख्य बैटरी मेनुफैक्चरिंग प्लांट का पूरी तरह से बचाव हो गया है। इसके बावजूद घटनास्थल पर मौजूद पॉवर सिस्टम सिल्यूशन नामक बैटरी मेनुफैक्चरिंग कंपनी के मालिक धनवंत सिंह के लडक़े तनवीर सिंह ने थाना सिटी 2 की पुलिस और फायरब्रिगेड विभाग अधिकारियों को लाखों का नुकसान होना बताया है।शनिवार की रात सवा 11 बजे लगी आग:
दमकल विभाग के फायर ऑफिसर हरिंदर सिंह एवं फायरमैन बिक्रमजीत सिंह ने बताया है कि सेखा रोड पर बैटरी फैक्ट्री में भयानक आग लगने की सूचना उन्हें विभाग के इमरजेंसी नंबर पर रात सवा 11 बजे मिली थी। आग लग गई है। सूचना मिलते ही वह दो गाडिय़ां लेकर घटनास्थल पर पहुंच गए थे। हालांकि आग पर काबू पाते पाते उन्हें भारी मशक्कत का सामना करना पड़ा लेकिन आग इतनी भयानक थी कि एक-एक करके आठ गाडिय़ां लानी पड़ी। फैक्ट्री में लगे गर्म पानी वाले गीजर, कंप्रैशर और रिफिल बैटरीज प्लांट पूरी तरह से स्वाह हो गया। जबकि फैक्ट्री में बैटरियों में भरे जाने वाला तेजाब और घरेलू गैस के सिलेंडर भी थे जिन्हें आग लगने से बड़ा विस्फोट हो सकता था इसके अलावा फैक्ट्री का मुख्य मैन्युफैक्चरिंग प्लांट भी था जिसे पूरी तरह से बचा लिया गया।

पड़ोसियों की मदद ने किया फस्ट-एड का काम:
जैसे ही बैटरी फैक्ट्री में देर रात आग लगी और आग की लपटें भी आसमान को छूने लगी उसका पता लगते ही घटनास्थल पर दौड़ कर आए पड़ोसियों ने पानी की भरी बाल्टियां फेंकनी शुरू की। किसी ने पुलिस को फोन किए और किसी ने फायर ब्रिगेड को। जिस किसी से जितनी मदद हो सकी सभी ने मिलकर सहयोग का हाथ बढ़ाया। नतीजन बड़ा नुकसान होने से बच गया।

घटना की होगी जांच:
बरनाला जिले के कई घनी आबादी एरिया में अनेक फैक्ट्रियां चल रही हैं, जिन पर प्रशासन ने शिकंजा नहीं कसा है। शहर में ताजा हुई घटना के दौरान भले ही फैक्ट्री में किसी जानी नुकसान नहीं हुआ है लेकिन फैक्ट्री घनी आबादी में चल रही थी जिसको लेकर जिला प्रशासन के एक उच्च अधिकारी ने जांच के आदेश दिए हैं। इधर पुलिस ने भी कहा है कि त्योहारों के दौरान बाजारों की बजाय खुले एरिया में पटाखे स्टोर करने और बेचने के आदेश हैं तो घनी आबादी में फैक्ट्री चलाने की इजाजत कैसे मिली है, फैक्ट्री मालिकों ने फैक्टरी में अग्निशमन यंत्र क्यों नहीं रखे इसके बारे में जांच की जाएगी।