अखिलेश बंसल, बरनाला:
केंद्र की मोदी सरकार की ओर से भारत के पत्रकारों, राजनैतिज्ञों, लेखकों और मानवीय अधिकारों के लिए जमीनी लड़ाई लड़ रहे लोगों की जासूसी करवाए जाने का पंजाब के विभिन्न पत्रकार संगठनों के साथ साथ विभिन्न राजसी पार्टियों ने आक्रोश व्यक्त किया है। जिन्होंने एकजुट होकर संघर्ष करने का फैसला लिया है। वीरवार को बरनाला में एकत्रित हुए संगठनों ने प्रेस क्लब के प्रधान जगसीर सिंह संधू के नेतृत्व में डिप्टी कमिश्नर बरनाला तेज प्रताप सिंह फूलका को भारत के राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा है।
डिप्टी कमिश्नर को ज्ञापन देते पत्रकारों व अन्य संगठनों के नेताओं ने बताया कि खुद भारत की सरकार अपने ही देश के पत्रकारों, बुद्धिजीवी लोगों और भाजपा विरोधी नेताओं की इजराइल के एनएसओ नामक एजेंसी से जासूसी करवा रही है। इस पैगासस जासूसी मामलो में भारत के 40 पत्रकारों के साथ साथ पंजाबी भाषायी दैनिक अखबार के मुख्य संपादक का मोबाइल फोन हैक किया गया है। इसी तरह तकरीबन तमाम पार्टियों के नेताओं की जासूसी बड़े स्तर पर हो रही है।
इस मौके पर शामिल हुए विभिन्न पत्रकार संगठनों के मुख्य पदाधिकारियों में बलवंत सिंह सिद्धू, अजीत सिंह कलसी, बलविन्दर आजाद, लखवीर सिंह चीमा, कृष्ण संघेड़ा आदि थे, क्षेत्र महलकलां-बरनाला के विधायक कुलवंत सिंह पंडोरी, इंकलाबी केंद्र पंजाब के नेता नारायण दत्त, शिरोमणी अकाली दल के शहरी प्रधान यादविन्दर सिंह दीवाना, शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के जिला प्रधान दर्शन सिंह मंडेर, जिला शिकायत निवारण समिति के मैंबर बलदेव सिंह भुच्चर, सीनियर कांगे्रसी नेता सूरत सिंह बाजवा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केवल सिंह ढिल्लों के पूर्व पी.ए. दीप संघेड़ा, गुरुद्वारा बाबा गांधा सिंह के प्रबंधक महिंद्र सिंह चुहाणके, शिरोमणी अकाली दल के बीसी विंग के जिला प्रधान जसवीर सिंह गक्खी, लोक इन्नसाफ पार्टी के सीनियर उपाध्यक्ष महिंदरपाल सिंह दानगड़, शिरोमणी अकाली दल (अमृतसर) की नेत्री बीबी परमजीत कौर, आम आदमी पार्टी के सर्कल इंचार्ज रणजीत सिंह मोर आदि उपस्थित थे।